अंबिकापुर उत्तरी छत्तीसगढ़ में पश्चिमी विक्षोभ के कारण सक्रिय द्रोणिका और पर्याप्त मात्रा में आ रही नमी के कारण गुरुवार को अंबिकापुर में मौसम का मिजाज बिगड़ गया। दोपहर में धूलभरी हवा के बीच कई क्षेत्रों में हल्की वर्षा हुई। आसमान में घने बादलों के बीच हवा चलने से तापमान भी गिर गया है। मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।

इस दौरान तेज हवा और वर्षा के बीच कही कही ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है। मौसम में हो रहे बदलाव से रबी की फसल करने वाले किसान चिंतित हैं। खेतों में गेहूं, चना की फसल पक चुकी है। ऐसे में यदि ओलावृष्टि हुई तो किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

इस महीने मौसम में पहली बार हुए परिवर्तन का असर सरगुजा संभाग पर पड़ा है। अब तक कई पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए लेकिन ज्यादा प्रभावी नहीं होने से इसका असर यहां देखने को नहीं मिला।

मौसम विज्ञानी एएम भट्ट के अनुसार इस समय पश्चिमी विक्षोभ मध्य भारत पर एक द्रोणिका के रूप में प्रभावी है। इसके प्रेरक प्रभाव से दक्षिण – पूर्वी राजस्थान पर समुद्र सतह की ऊंचाई पर चक्रवाती घेरा तथा दक्षिण कर्नाटक के अंदरूनी हिस्सों से उत्तरी कर्नाटक होते हुए कोंकण पर 1.5 किमी की ऊंचाई पर तथा झारखंड से छत्तीसगढ़ होते हुए तेलंगाना तक अन्य द्रोणिका सक्रिय है।

इन सभी व्यवधानों के कारण समुद्री और खाड़ी क्षेत्रों से लगातार नमी की आपूर्ति हो रही है। इसी क्रम में एक त्वरित और प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ के आज पश्चिमी हिमालय की ओर से प्रवेश की प्रबल संभावना भी है।

वर्तमान मौसमी व्यवधान कारकों तथा स्थानीय मौसमी तत्वों से अगले दो से तीन दिनों तक मौसम में बदलाव के लिए अनुकूल स्थितियां निर्मित हो रही हैं। इस प्रभाव से गर्जन करने वाले बादल बनेंगे। इससे गरज- चमक के साथ वर्षा की भी संभावना रहेगी। अधिक मात्रा में गरजने वाले बादलों के कारण कुछ जगहों में तेज आँधी, झंझावात और ओलावृष्टि की भी संभावना रहेगी।

Posted By: Manoj Kumar Tiwari

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