सूरजपुर (नईदुनिया न्यूज)। शासकीय विभाग में अलग अलग पदों पर नौकरी लगाने का प्रलोभन देकर चार ग्रामीण महिला पुरुषों से करीब साढ़े तीन लाख रुपये व एक मोटर साइकिल की ठगी करने के मामले में नईदुनिया में प्रकाशित खबर के बाद बुधवार को अंततः सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने आरोपित ओम प्रकाश यादव के विरुद्ध धारा 420, 467, 468, 471 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।

पुलिस ने ठगी की शिकार ग्राम अगस्तपुर निवासी सुमित्रा राजवाड़े पति बबलू शंकर राजवाड़े की रिपोर्ट पर आरोपित ओम प्रकाश यादव के विरुद्ध धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है। मामले में आरोपी के विरुद्ध अपराध दर्ज नहीं होने पर 23 मई को नईदुनिया ने थाने से एसपी कार्यालय तक काट रहे चक्कर पर राहत नहीं शीर्षक से समाचार का प्रमुखता से प्रकाशन किया था।

बता दें कि ठगी के शिकार चारों पीड़ितों का आरोप है कि ओड़गी थाना क्षेत्र के ग्राम धरसेड़ी निवासी ओम प्रकाश यादव ने नौकरी लगाने के नाम पर उनके साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम अगस्तपुर की रहने वाली सुमित्रा राजवाड़े पति बबलु शंकर राजवाड़े ने शिकायत में बताया कि वह बेरोजगार महिला है। नवंबर 2021 में गांव के ही आजाद शेखर चौधरी ने उसके घर आकर कहा था कि तुम नौकरी की तलाश में हो। मेरा खास दोस्त ओम प्रकाश यादव धरसेड़ी ओड़गी में रहता है। उसका साला रायपुर मंत्रालय में है। वह तुम्हारी नौकरी लगा देगा। उसके बाद ओम प्रकाश यादव उसके घर आया और बोला कि वह साढ़े तीन लाख रुपए में उसकी नौकरी महिला एवं बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर के पद पर लगवा देगा। उसके झांसे में आकर उसने चार जनवरी 2022 से लेकर आगामी दिनों में फोन पे व नगदी के माध्यम से उसे दो लाख रुपये दे चुकी है। उसके बाद मई 2022 में ओम प्रकाश यादव ने उसे एक नियुक्ति पत्र ला कर दिया और कहा कि उसकी नौकरी महिला बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर के पद पर लग गई है। वह इस नियुक्ति पत्र को दिखाकर रायपुर में जॉइनिंग ले ले। उसके बाद रायपुर जाने पर उसे पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। उसका आरोप है कि आरोपित ओम प्रकाश यादव ने छलपूर्वक दस्तखत करा कर बैंक से उसके नाम पर बुलेट मोटरसाइकिल भी निकाल ली है।

इसी प्रकार आरोपित को ओमप्रकाश यादव स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ओड़गी में नौकरी लगाने का सौदा भटगांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम दुग्गा में रहने वाली मनीषा पति संत कुमार राजवाड़े से दो लाख में कर उससे एडवांस बतौर 32 हजार रुपये लिया था। उसके बाद उसने कहा था कि जॉइनिंग के समय शेष राशि देनी होगी। आरोपित ओम प्रकाश यादव ने पांच अप्रैल 2022 को उसको बोला कि तुम्हारी नियुक्ति स्वामी आत्मानंद काफी उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में हो गई है और उसने उसे नियुक्ति पत्र भी दिया। उसके बाद बोला कि मैं साथ में चलकर जॉइनिंग करा दूंगा।

इसके बाद यह पता चला कि आरोपित ओम प्रकाश यादव ने कोरिया जिले के ग्राम बरदिया निवासी सत्यनारायण राजवाड़े पिता गोविंद राम राजवाड़े से तीन लाख रुपये में वन विभाग में फारस्ट गार्ड की नौकरी लगाने का सौदा किया। बतौर एडवांस 60 हजार रुपये आरोपित ने अप्रेल 2022 में लेने के बाद उसे प्रधान मुख्य वन संरक्षक छत्तीसगढ़ कार्यालय से जारी नियुक्ति प्रमाण पत्र प्रदान किया। इसमें उसकी नियुक्ति फॉरेस्ट गार्ड के रूप में दर्शाई गई थी। इसी क्रम में आरोपित ने कोरिया जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के ग्राम ओड़गी निवासी जगनारायण राजवाड़े पिता शिवचरण राजवाड़े से छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर नौकरी लगाने के लिए चार लाख रुपये में सौदा किया। अप्रेल 2022 में बतौर एडवांस 50 हजार रुपये लेकर शेष राशि ज्वाइनिंग के समय देना निर्धारित किया। उसके बाद उसने उसे भी छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल कार्यालय से जारी नियुक्ति पत्र प्रदान किया। जिसमें उसकी नियुक्ति बिजली आपरेटर के पद पर दर्शाई गई थी। उसके बाद आरोपित द्वारा ज्वाइनिंग कराने के लिए ठगी के शिकार लोगो का काल रिसीव करने बन्द कर दिया। तब पता चला कि सभी नियुक्ति पत्र फर्जी हैं और वे ठगी के शिकार हो गए हैं।

Posted By: Yogeshwar Sharma

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