अंबिकापुर(नईदुनिया न्यूज)। अंबिकापुर शहर में निर्धारित मापदंडों के विपरीत डीजे संचालन से बुजुर्गों के साथ बच्चे मुसीबत में हैं। सामाजिक सरोकारों की प्रतिबद्धता के साथ नईदुनिया ने इस समस्या पर आधारित खबर का प्रकाशन किया तो कलेक्टर कुंदन कुमार ने इसे गंभीरता से लिया। उन्होंने तत्काल डीजे संचालन के संबंध में गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश नगर निगम ,राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों को दिए। इतना ही नहीं कलेक्टर ने राजस्व एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को रात्रि में भी संयुक्त निरीक्षण व भ्रमण करने का निर्देश जारी किया है ताकि शांति सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर विपरीत स्थिति न बने।

डीजे संचालन को लेकर सख्ती बेहद जरूरी है। शहर में निर्धारित क्षमता के अनुरूप डीजे संचालन की व्यवस्था के लिए ध्वनि मापक यंत्र का उपयोग भी कभी नहीं होता। शायद जिम्मेदार अधिकारियों के पास यह आंकड़ा भी नहीं होगा कि शहर में डीजे की संख्या कितनी है और उनकी क्षमता क्या है? लाइसेंस जारी करने के दौरान भी मानकों के पालन को लेकर निर्देशों के पालन में खानापूर्ति की जाती है।यही कारण है कि डीजे संचालक भी बेलगाम हैं। विभिन्न अवसरों पर यह देखा जाता है कि मानक के विपरीत डीजे संचालित होते हैं लेकिन कार्रवाई की साहस जिम्मेदार अधिकारी नहीं उठा पाते है। नईदुनिया ने मंगलवार को देर रात तक डीजे का शोर ,मुसीबत में बच्चे-बुजुर्ग शीर्षक से खबर का प्रकाशन किया। इस परिस्थिति के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को भी सामने लाया। मंगलवार को ही कलेक्टर ने बैठक ली और जिले में डीजे संचालन के संबंध में निर्धारित गाइडलाइन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश राजस्व एवं पुलिस के अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि होटल संचालकों एवं शादी भवनों के संचालकों से भी चर्चा करें। उनसे समन्वय स्थापित कर नियमों का पालन करने समझाइश दी।

नईदुनिया की खबर के साथ इंटरनेट मीडिया में बताई व्यथा

डीजे के शोर को लेकर नईदुनिया में प्रकाशित खबर के साथ शिक्षक अंजनी कुमार पांडेय ने अपनी आपबीती का भी उल्लेख किया है। उन्होंने लिखा कि कैसे डीजे के शोर से उनके बुजुर्ग पिता को उल्टियां शुरू हुई। वे कोमा में चले गए और उनका निधन हो गया। जो परिस्थिति रविवार की रात निर्मित हुई थी उसी स्थिति के कारण उन्होंने अपने पिता को खोया है। उन्होंने इसे मानव सुरक्षा के लिए घातक बताते हुए जिम्मेदारों पर एफआइआर की आवश्यकता भी जताई। इंटरनेट मीडिया पर बकायदा यह भी लिखा कि डीजे के शोर के कारण यदि किसी परिवार के साथ कोई अनहोनी हुई है तो वे किनके-किनके विरुद्ध एफआइआर कराने के लिए आगे आएं।

दुकानदारों पर भी सख्त कार्रवाई की जरूरत

शहर में डीजे बिक्री करने वाले गिनती के दो- चार व्यवसायी ही हैं। इनमें से एक बड़ा कारोबारी पुराना बस स्टैंड के पास है। ये अपनी दुकान में ग्राहकों को डीजे बिक्री करने से पहले उसकी आवाज सुनवाते है। इतनी तेज आवाज से डीजे बजाया जाता है कि अगल - बगल दुकानों के ग्राहक और राह चलते लोग सहम उठते हैं। बताया जाता है कि डीजे का साउंड बढाने के लिए अलग उपकरण भी लगाकर दिया जाता है। इसकी भी जांच की जानी।चाहिए ताकि निर्धारित मानक के अनुरूप ही डीजे का संचालन हो सके।

आखिरकार पुलिस ने डीजे संचालक को किया गिरफ्तार

रविवार की रात जनपद मार्ग में वाहन में डीजे लोड कर देर रात तक तेज आवाज में इसके संचालन पर पुलिस ने आखिरकार कार्रवाई की। पुलिस की विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि देर रात तक बिना वैध अनुमति डीजे संचालन कर सार्वजानिक उपद्रव करने के आरोप पर डीजे संचालक ग्राम परसा निवासी लाल साय टेकाम को धारा 283, 290 का अपराध पंजीकृत कर गिरफ्तार किया गया है। अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही हैं। प्रकरण में शादी समारोह के आयोजनकर्ताओं के दोनों पक्षों के विरुद्ध भी प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई हैं। बताया गया कि सार्वजानिक रूप से तीव्र आवाज़ मे डीजे संचालन कर सार्वजानिक उपद्रव कर लोकमार्ग को बाधित कर नागरिकों के जीवन मे संकटापन्न की स्थिति निर्मित की गई थी। डीजे सेट को वाहन सहित जब्त किया गया है।

Posted By: Yogeshwar Sharma

छत्तीसगढ़
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