बिलासपुर (निप्र)। सांसद आदर्श गांव हथनीकला के ग्रामीण जल्द ही महाराष्ट्र के मॉडल गांव हिबड़ा बाजार की सैर करेंगे। यहां हुए विकास कार्यों की झलक देखेंगे व सीख लेकर आएंगे। लौटते ही हथनीकला को इसी तर्ज पर विकसित करने की योजना को अमलीजामा पहनाएंगे।
केंद्र सरकार की योजना पर नजर डालें तो सांसद आदर्श ग्राम में विकास कार्य अभी शुरू नहीं हो पाया है। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं से होने वाले विकास कार्यों की आहट हथनीकला में सुनाई नहीं दे रही है। इस बीच केंद्र शासन ने आदर्श ग्राम में विकास कार्य के साथ ही अन्य गतिविधियों के संचालन के लिए 56 अलग-अलग विभागों को इससे जोड़ा गया है। प्रत्येक विभाग के जिम्में अलग-अलग कार्यों को रखा गया है। सामाजिक व सांस्कृतिक समरसता के साथ ही साथ गांव के परिवेश और यहां रहने वाले ग्रामीणों के रहन-सहन के हिसाब से माहौल तैयार किया जाएगा। इन सब कार्यों की शुरुआत आने वाले दिनों में होगी। आदर्श ग्राम क्या है? किसे आदर्श ग्राम कहेंगे? यहां रहने वालों के बीच आपसी सामंजस्य किस आधार पर बैठता है? लोग अपनी दिनचर्या किस प्रकार गुजारते हैं? इसकी एक झलक दिखाने हथनीकला के ग्रामीणों को राज्य सरकार महाराष्ट्र के ग्राम हिबड़ा बाजार लेकर जाएगी। महाराष्ट्र के नक्शे पर इस गांव को आदर्श ग्राम के रूप में शामिल किया गया है। स्वच्छता अभियान को लेकर इस गांव में विशेष काम किया गया है। शत-प्रतिशत घरों में शौचालय का निर्माण और गांव की गलियों व मोहल्लों की साफ-सफाई खुद ग्रामीण करते हैं। इसके लिए मोहल्लों में अलग से समिति बनाई गई है। गांव में होने वाली अन्य गतिविधियों में भी समिति पूरी तरह शामिल रहती है।
हर मोहल्ले में बनी समिति
सांसद आदर्श ग्राम हथनीकला में हर मोहल्लों में समिति बनाई गई है। समिति की प्रतिदिन सुबह और शाम के वक्त दो बार बैठक होती है। इसमें समस्याओं से लेकर अन्य जरूरी मुद्दों पर चर्चा की जाती है। साफ-सफाई को लेकर विशेष रूप से चर्चा की जा रही है।
पांच वर्ष में तीन गांवों को बनाना है आदर्श
केंद्र सरकार की योजना पर गौर करें तो पांच वर्ष के भीतर एक संसदीय क्षेत्र के तीन गांवों को सांसद आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करना है। दूसरे कार्यकाल में आदर्श ग्रामों की संख्या में वृद्घि की जाएगी। तब पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान पांच गांवों को सांसद आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किया जाएगा। मसलन, हर एक वर्ष में एक गांव को मॉडल गांव का दर्जा दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर पांच वर्ष के दौरान संसदीय क्षेत्र के तीन गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना में शामिल कर विकास किया जाना है। दूसरे कार्यकाल के दौरान प्रत्येक वर्ष एक गांव को आदर्श ग्राम का दर्जा देना है। इसे अमलीजामा पहनाने 56 विभागों को जोड़ा गया है। प्रत्येक विभाग अपने-अपने हिस्से का काम करेंगे।
लखन लाल साहू
सांसद, बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र
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