रामानुजगंज (नईदुनिया न्यूज)। उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सचिन सिंह राजपूत ने रामानुजगंज जिला न्यायालय में मालखाना का फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्धाटन समारोह में जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिराजुद्दीन कुरेशी, प्रथम अपर सत्र जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रफुल्ल कुमार सोनवानी, पाक्सो एक्ट न्यायाधीश आशीष पाठक, द्वितीय सत्र एवं जिला न्यायाधीश मधुसूदन चंद्राकर, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पंकज आलोक तिर्की, बलरामपुर के न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं रामानुजगंज में स्थित बाल न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश दीपक कुमार शर्मा, विधिक सेवा समिति के सचिव रेशमा बैरागी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

डिस्ट्रिक्ट कोर्ट कंप्यूटराइजेशन कमेटी के मार्गदर्शन में विकसित ई मालखाना का फीता काटकर उद्घाटन करते हुए न्यायमूर्ति ने न्यायाधीशगण एवं अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजधानी, न्यायधानी से सुदूर अंचल में जहां रायपुर, बिलासपुर की तुलना में अत्यंत अल्प साधन उपलब्ध हैं वहां पर ई मालखाना जैसे उपयोगी और दूरदर्शी सिस्टम का विकसित किया जाना अत्यंत सराहनीय है। इसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए। यह संपत्ति के रखरखाव एवं इसके प्रबंधन में बहुत उपयोगी साबित होगा।

पोर्टफोलियो जस्टिस के समक्ष समस्त न्यायाधीशों, अधिवक्तागण एवं न्यायालयीन कर्मचारियों के समक्ष ई मालखाना का लाइव डेमो प्रस्तुत किया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिराजुद्दीन कुरैशी ने कहा कि ई मालखाना के माध्यम से नष्ट करने योग्य संपतियों को ढूंढना बेहद आसान हो जाएगा। एक ही समान दिखने वाली संपत्ति जैसे लकड़ी का डंडा, पत्थर इत्यादि को विभन्निा्‌ मामलों को जब्त किया जाता है, ऐसी स्थिति में संपति इमेज के माध्यम से सही संपत्ति को ढूंढना, न्यायालय की कार्रवाई में संपति से संबंधित जानकारी को अद्यतन रखने में बहुत आसानी होगी। प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रफुल्ल कुमार सोनवानी ने कहा कि ई मालखाना के माध्यम से संपति एवं प्रकरण फाइल में लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर संपत्ति की जानकारी, उसका इतिहास को आसानी से एक्सेस किया जा सकेगा। संपत्ति में लगे क्यूआर कोड को स्मार्ट फोन के क्यूआर कोड स्कैनर एप्लीकेशन के मध्यम से स्कैन कर प्रकरण नंबर, पार्टी का नाम, संपत्ति नाम इत्यादि को आफलाइन एक्सेस किया जा सकेगा । इससे सामान को सही जगह में रखने में सहयोग होगा।

इस तकनीक के इस्तेमाल से मालखाना पहले से ज्यादा साफ सुथरा और व्यवस्थित होगा। साथ ही भविष्य में आरएफआइडी जैसे एडवांस टेक्नोलाजी का उपयोग कर संपत्तियों में टैग किया जाएगा, जिससे उसके गुमने की संभावना खत्म हो जाएगी। ई-लाइब्रेरी एवं ई रिकार्ड रूम की दिशा में जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिराजुद्दीन कुरैशी निर्देशन में कार्य किया जा रहा रहा है। इस अवसर पर अनूप कुमार तिवारी, संतोष कुमार पांडे, किरण यादव, शंभू गुप्ता, विपिन सिंह बिहारी, अविनाश गुप्ता, जयप्रकाश गुप्ता, विमलेश सिन्हा, सनाउल्लाह अंसारी, जितेंद्र गुप्ता, अविनाश गुप्ता, राकेश पांडे, सहित न्यायालय के कर्मचारी उपस्थित थे।

अधिवक्ता संघ ने रखी विभिन्ना मांगें-

जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष आरके पटेल ने इस दौरान जस्टिस के समक्ष कई मांगें रखी। उन्होंने बताया कि जिला न्यायालय भवन निर्माण की जगह जो कंचन नगर में चयनित की गई है उसे वर्तमान में लग रहे भूमि पर ही निर्माण किया जाए। जेएमएफसी कोर्ट बंद हैं उसे शुरू करने, फैमिली कोर्ट, लेबर कोर्ट और उपभोक्ता फोरम के साथ स्थायी लोक अदालत भी शुरू किया जाए।

Posted By: Nai Dunia News Network

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