अंबिकापुर। राजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कुंदीकला में ग्रामीण की संदिग्ध परिस्थितियों में मिली लाश का पुलिस ने रहस्योद्घाटन कर दिया है।मृतक छईहट राम की हत्या उसी के भांजे नारायण प्रजापति(34) ने कर दी थी।जमीन विवाद के कारण घटना कारित करने के बाद आरोपित बड़े आराम से घर पर ही रह रहा था।जांच में हत्या की पुष्टि के बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।

राजपुर थाना प्रभारी अमित गुप्ता ने बताया कि कुंदीकला निवासी मृतक छईहट राम बीते दो जनवरी 2023 की शाम को शौच के लिए घर से निकला था।उसके बाद वह लौट कर वापस नहीं लौटा।गांव के आसपास उसकी खोजबीन भी की गई लेकिन कुछ पता नहीं चला।अगले दिन उसकी लाश संदिग्ध परिस्थिति में कुन्दीकला के महुवारी नर्सरी में मिला था।सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रथम दृष्टया ही मामले को संदिग्ध माना था। पोस्टमार्टम में चिकित्सक द्वारा मृतक छईहट की मृत्यु के बाई पसली के टूटने के कारण होने की जानकारी दी गई।पसली टूटने से भीतर ही भीतर अत्यधिक रक्तस्राव भी हुआ था। पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कुसमी रितेश चौधरी के नेतृत्व में थाना प्रभारी राजपुर अमित गुप्ता व पुलिस टीम ने जांच शुरू की तो संदेही के रूप में मृतक के भांजे नारायण प्रजापति का नाम सामने आया। संदेही नारायण प्रजापति के मोबाइल काल डिटेल तथा सीडीआर का गंभीरता से अध्ययन किया गया।घटनास्थल के आसपास संदेही की उपस्थिति की पुष्टि तथा ग्रामीणों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने मामा की हत्या की स्वीकारोक्ति कर ली।

सीने में पैर से किया प्रहार

थाना प्रभारी अमित गुप्ता ने बताया कि घटना दिवस दो जनवरी 2023 की शाम वह मोटरसाइकिल से गुजर रहा था।उसी दौरान उसकी नजर मामा पर पड़ी। जमीन विवाद होने से हत्या करने की योजना बनाई।मृतक शौच के लिए बैठा था। आरोपित नारायण प्रजापति ने मोटर साइकिल को सड़क किनारे छोड़ जूता पहन कर पीछे से दबे पांव जाकर लात से दो बार मामा के सीने में जोरदार प्रहार किया।मृतक छईहट बेहोश हो गया।उसे मृत समझ कर आरोपित अपने घर चला गया। इस बात को किसी को नहीं बताया। भोजन कर ड्यूटी स्थल सरगवां रात में ही चला गया था।

विवाद के कारण नहीं बना पा रहा था घर

थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपित नारायण का घर मामा मृतक छईहट राम के घर के बगल में ही है। आरोपित के तीन भाई हैं। दो भाइयों ने अपना मकान बना लिया है लेकिन आरोपित को जमीन का हिस्सा अपने मामा के घर की ओर मिला है। जब भी वह घर बनाने काम शुरू करता था तो उसके मामा आपत्ति लगा देते थे, जिस कारण वह मकान नहीं बना पा रहा था। इस बात को लेकर अक्सर विवाद भी होता था। घटना दिवस को मौका देखकर उसने मामा की हत्या कर दी थी और साक्ष्य छिपाने का भी प्रयास किया था। पुलिस को आरोपित ने गुमराह करने की भी कोशिश की थी लेकिन पुलिस द्वारा पूछे गए कई सवालों का विरोधाभासी जवाब देने के कारण पुलिस को उसी पर संदेह हो गया था। आखिरकार आरोपित ने हत्या की स्वीकारोक्ति भी कर ली।

Posted By: Yogeshwar Sharma

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