फोटो 17- पुलिसकर्मियों के साथ आरोपित

अंबिकापुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। बलरामपुर जिले के गौरलाटा पहाड़ी के नीचे स्थित मंदिर के पुजारी की हत्या का रहस्योद्घाटन पुलिस ने कर दिया है।ग्राम मगाजी निवासी आरोपित नपीन पन्ना(26) ने पुजारी रतिया भगत की हत्या कर दी थी।आरोपित के पिता द्वारा पहाड़ी के नजदीक लगाए गए सलीब(क्रूस)पर ग्रामीणों की आपत्ति तथा पुजारी द्वारा उक्त स्थल पर पूजा-पाठ करने से नाराज होकर आरोपित ने घटना कारित की थी।

चांदो थाना क्षेत्र के गौरलाटा पहाड़ी के नीचे मंदिर के पास बीते 21 जनवरी 2023 को पुजारी रतिया भगत की रक्त रंजित लाश मिली थी।प्रथम दृष्टया ही मामला हत्या का प्रतीत होने के बाद पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने आरोपित की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुशील नायक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक(आपरेशन) प्रशांत कतलम के मार्गदर्शन में चांदो थाना प्रभारी संपत पोटाई के नेतृत्व में पुलिस टीम घटना की जांच में लगी थी।जांच के दौरान ग्राम मगाजी निवासी नपीन पन्ना(26) का नाम संदेही के रूप में सामने आया था,क्योंकि उसने नजदीक के ग्राम के दो लोगों से हत्या में सहयोग करने आग्रह किया था।इसी संदेह के आधार पर आरोपित के मोबाइल नंबर का सीडीआर निकलवाया गया। घटना स्थल के पास आरोपित की उपस्थिति से पुलिस को विश्वास हो गया था कि आरोपित ने ही उसकी हत्या की होगी लेकिन वह बार-बार अपना बयान बदल रहा था। सीडीआर और मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर सख्ती से पूछताछ करने पर नपीन पन्नाा ने पुजारी की हत्या करना स्वीकार कर लिया। आरोपित को हत्या और साक्ष्य छिपाने के आरोप पर रिमांड पर भेज दिया गया है।

सलीब उखाड़ कर फेंक दिया था ग्रामीणों ने

पुलिस पूछताछ में आरोपित नपीन पन्ना ने पुलिस को बताया कि पांच वर्ष पूर्व पहाड़ी की चोटी में इसके पिता ने सलीब(क्रूस)लगा दिया था। गांववालों ने इस पर आपत्ति की थी।क्रूस को हटाने के लिए बोला गया था। जब इन्होंने ऐसा नहीं किया तो सलीब को उखाड़कर नीचे फेंक दिया था।वर्तमान में मंदिर विकसित होने से मंदिर के नीचे के जमीन का आरोपित व उसके परिवार के सदस्य उपयोग नहीं कर पा रहे थे।आरोपित का यह भी कहना था कि वर्ष 2022 के अक्टूबर माह में मंदिर के समीप आरोपित की जमीन पर बिना अनुमति के मृतक रतिया भगत के द्वारा जगह-जगह झण्डा लगा देने तथा पूजा-पाठ, यज्ञ करने से आरोपित नाराज था। घटना दिवस को सुनसान पहाड़ी में रतिया को अकेला पाकर मंदिर के समीप पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दिया था।

इसलिए पुलिस को हुआ था संदेह

मंदिर के पुजारी की हत्या के बाद ग्रामीणों में नाराजगी थी। पुलिस पर अंधे हत्याकांड के रहस्योद्घाटन का दबाव बढ़ता जा रहा था। पुलिस ने सूचना तंत्र विकसित कर आरोपित की खोजबीन शुरू की थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि आरोपित नपीन पन्ना घटना दिवस की सुबह कंदरी निवासी शिवनाथ खैरवार एवं प्रदीप लकड़ा के पास गया था।उसने पुजारी की हत्या में सहयोग करने आग्रह किया था किन्तु दोनों के द्वारा इंकार कर दिया गया था। दोनों ग्राम कंदरी जवाखाड़ के रहने वाले थे। आरोपित द्वारा कंदरी जाने के संबंध में पूछताक्ष करने पर झूठ बोला जा रहा था किन्तु मोबाइल नंबर के सीडीआर के आधार पर कंदरी जाना एवं दोस्तों से हत्या में सहयोग मांगना जांच में पुष्ट हो गया था। तभी पुलिस ने सख्ती बरती और मामले का राजफाश हो गया।

यह था मामला

चांदो थाना क्षेत्र के ग्राम धनजी निवासी रतिया राम भगत गौरलाटा पहाड़ी के नीचे मंदिर में पुजारी था।उसका पोता जगमोहन भगत प्रतिदिन उसे मोटरसाइकिल से आधे रास्ते तक छोड़ देता था क्योंकि आगे रास्ता नहीं था।घटना दिवस 20 जनवरी 2023 को मृतक ने पोता को दोपहर में जल्दी आकर ले जाने बोला था।पोता दोपहर में ही आ गया था। एक से डेढ़ घण्टे बाद भी जब उसके दादा वापस नहीं लौटे तो वह घर वापस चला गया था।अगले दिन 21 जनवरी को खोजने के लिए सब पहाड़ी पर चढ़े तो रतिया भगत की रक्तरंजित लाश मिली थी।

Posted By: Yogeshwar Sharma

छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़
 
google News
google News