नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर : गांजा की तस्करी के लिए तस्कर किराए की वाहनों का उपयोग कर रहे हैं। अंबिकापुर की कोतवाली पुलिस द्वारा गिरफ्तार गांजा तस्कर ने उक्त तथ्य का राजफाश किया है। गांजा लोड जिस अर्टिगा कार को पुलिस ने जब्त किया था उसे तस्करों ने 27 हजार रुपये मासिक किराया में लिया था। इससे संभावना जताई जा रही है कि आरोपितों द्वारा किराए की वाहन से गांजा तस्करी कर बड़ी कमाई की जा रही थी।
दरअसल अंबिकापुर की कोतवाली पुलिस ने बीते 18 जून को एक अर्टिगा कार से 50 किलो गांजा जब्त किया था। रायगढ़ मार्ग से गांजा लेकर आने की खबर पुलिस को पहले लग गई थी। पुलिस ने शहर सीमा के समीप घेराबंदी की थी। पुलिस पकड़ में आ जाने के भय से तस्करों ने गांजा लोड अर्टिगा कार को लावारिस छोड़ दिया था और भाग निकले थे। वाहन से कुल 50 किलोग्राम गांज बरामद किया गया था। मामले में पुलिस टीम द्वारा पूर्व में एक आरोपित मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के राहुल सोनी को गिरफ्तार कर 21 जुलाई को ही न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था। नगर पुलिस अधीक्षक रोहित शाह के नेतृत्व में पुलिस टीम लगातार फरार आरोपित की खोजबीन कर रही थी। आखिरकार पुलिस ने घटना में शामिल एक अन्य आरोपित अंशुल शुक्ला (23) दरभंगा चौक वार्ड नंबर 23 शहडोल मध्यप्रदेश को भी गिरफ्तार कर लिया।
आरोपित ने बताया कि अर्टिगा वाहन को वाहन मालिक से 27 हजार रुपये मासिक किराया के आधार पर लिया गया था। इसके लिए बाकायदा किराया का अनुबंध किया गया था। अर्टिगा वाहन के माध्यम से 50 किलो गांजा ओडिसा से अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर तस्करी करना स्वीकार किया। इस मामले में संलिप्त अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है। आरोपित ने गांजा तस्करी में संलिप्त अन्य आरोपितों के संबन्ध में भी पुलिस को महत्त्वपूर्ण जानकारी दी है। कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष सिंह परिहार, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, सहायक उप निरीक्षक अजीत मिश्रा, सहायक उप निरीक्षक अभिषेक दुबे, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, आरक्षक अनुज जायसवाल, शिव राजवाड़े, जितेश साहू, शामिल रहे।