अंबिकापुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। सूरजपुर जिले के ओड़गी विकासखंड अंतर्गत ग्राम बांक के समीप ग्रामीणों ने सड़क पार करते दो वन्य प्राणी देखे हैं।दोनों वन्य प्राणियों के घायल बाघिन के शावक होने की चर्चा है।इसकी पुष्टि के लिए वन विभाग ने संभावित क्षेत्रों में ट्रैप कैमरे लगाए हैं।अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि दोनों वन्य प्राणी बाघ है या तेंदुआ।इधर क्षेत्र में लकड़बग्घा के पदचिन्ह मिले हैं। वन विभाग की टीम अभी तक वन्य प्राणियों को नहीं देख सकी है।
सूरजपुर जिले के ओड़गी विकासखंड के ग्राम बांक के पास सड़क पार करते दो वन्य प्राणियों को ग्रामीणों द्वारा देखे जाने के बाद घायल बाघिन के दो शावक के क्षेत्र में विचरण करने की सूचना वन विभाग तक पहुंची।दरअसल सूरजपुर व बलरामपुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र से होते हुए पिछले दिनों एक बाघ झारखंड के पलामू टाइगर रिजर्व में प्रवेश कर गया है।इधर ओड़गी के कालमांजन से लगे जंगल में बीते 28 मार्च 2023 को एक बाघिन ने तीन युवकों पर हमला कर दिया था।हमले में दो युवक की मौत हो चुकी है।एक घायल युवक अभी भी अस्पताल में भर्ती है।प्राणरक्षा के लिए युवकों ने भी भालू पर टांगी से प्राणघातक हमला किया था।24 घण्टे बाद घायल बाघिन को ट्रेंक्यूलाइज कर पकड़ने के बाद उसे बेहतर उपचार के लिए जंगल सफारी रायपुर ले जाया गया है।बाघ व बाघिन की उपस्थिति की पुष्टि के कारण ही ओड़गी क्षेत्र में दिखे दो वन्य प्राणियों के बाघ का शावक होने के दावे को बल मिल रहा है।ओड़गी का यह क्षेत्र गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान से लगा हुआ है।गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान, मध्यप्रदेश के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान का ही पहले हिस्सा था।इन दोनों राष्ट्रीय उद्यान में बाघ की उपस्थिति है।वहीं से बाघ के पूरे कुनबे के साथ ओड़गी क्षेत्र में आने की चर्चा है। सूरजपुर के वनमण्डलाधिकारी संजय यादव ने बताया कि ग्रामीणों की हर सूचना पर विभाग गंभीर है। वन विभाग के कर्मचारियों को क्षेत्र में निगरानी के लिए लगाया गया है।अभी तक वन्य प्राणियों को देखा नहीं गया है।
गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के ट्रैप कैमरे लगाए गए ओड़गी क्षेत्र में
ओड़गी क्षेत्र के जिस जंगल में वन्यप्राणियो को देखे जाने की बात कही जा रही है।उस क्षेत्र में गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र से लाए गए ट्रैप कैमरे लगाए गए है। संभावित विचरण क्षेत्र में लगे ट्रैप कैमरों को दो-चार दिन रखा जाएगा।वन कर्मचारी भी निगरानी में लगे हैं।
लकड़बग्घा के पदचिन्ह मिले
सूरजपुर जिले के ओड़गी क्षेत्र में वन्य प्राणी के पदचिन्ह मिले है। इंटरनेट मीडिया पर इन पद चिन्हों को बाघ के नाम से प्रचारित किया गया। वन अधिकारियों का कहना है कि ये पदचिन्ह लकड़बग्घा के हैं।इसका अर्थ है कि क्षेत्र में लकड़बग्घा की उपस्थिति है।
इनका कहना
अभी तक किसी भी प्रकार का कोई वन्य प्राणी वन अधिकारी-कर्मचारियों को नजर नहीं आया है।सुबह इंटरनेट मीडिया में पद चिन्ह के निशान प्रचारित हुए थे। वह पदचिन्ह लकड़बग्घा का है। क्षेत्र में कैमरे भी लगाए गए हैं। गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान, तमोर पिंगला अभयारण्य और सूरजपुर वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी क्षेत्र में निगरानी कर रहे हैं।अभी तक किसी ने बाघ नहीं देखा है।सभी लोग सिर्फ सुनी-सुनाई बातें कर रहें हैं।
नावेद सुजाउद्दीन
मुख्य वन संरक्षक , सरगुजा वनवृत्त
Posted By: Yogeshwar Sharma