अंबिकापुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। नागरिकों के राइट टू वाक के अधिकार को सुनिश्चित करने नईदुनिया के अभियान का बड़ा असर हुआ है। शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण को कलेक्टर कुंदन कुमार ने गंभीरता से लेते हुए नगर निगम के राजस्व निरीक्षक एवं भवन अधिकारी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर की सख्ती के बाद नगर निगम और पुलिस का यातायात विभाग सड़क पर उतरकर अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्रवाई में लग गया है। फुटपाथ का उपयोग व्यवसायिक प्रयोजन से करने वालों पर जुर्माना वसूलने के साथ स्थाई रूप से फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों को खदेड़ना शुरू कर दिया है।

रिंग रोड के साथ बिलासपुर चौक के आसपास कार्रवाई की गई है। झोपड़ी बनाकर किए गए अतिक्रमण को भी हटाया गया है।ऐसी कार्रवाई सतत रूप से किए जाने की आवश्यकता है क्योंकि पूर्व में भी ऐसी कार्रवाई हुई है लेकिन उसका दूरगामी परिणाम सामने नहीं आ सका है। अंबिकापुर शहर में एक तो व्यवस्थित फुटपाथ नहीं है। फुटपाथ के नाम पर नालियों के ऊपर स्लैब ढाल दिया गया है। यातायात का दबाब बढ़ने के कारण पैदल चलने वालों की परेशानी बढ़ गई है। इसी समस्या को लेकर नईदुनिया ने यह फुटपाथ हमारा है के नाम से अभियान छेड़ रखा था। जिन अधिकारियों-कर्मचारियों पर व्यवस्था सुधार की जिम्मेदारी है वे भी शांत बैठे हुए थे। इस अव्यवस्था के लिए नईदुनिया ने खबरों का प्रकाशन किया।जिम्मेदार लोगों के साथ नागरिकों से बात की। जिन पर फुटपाथों को कब्जा मुक्त करने की जबाबदारी है वे अपने कार्य से बचते रहे।

आखिरकार कलेक्टर कुंदन कुमार को मामले में संज्ञान लेना पड़ा। मंगलवार को बैठक में कलेक्टर ने शहरी व्यवस्था को बेहतर बनाने सार्वजनिक चौक-चौराहों, स्थानों, सड़कों से अतिक्रमण हटाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम के दो अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। इसका असर यह हुआ कि शाम को नगर निगम की टीम कार्रवाई के लिए सड़क पर उतर गई। सड़कों पर सामान रखने वालों से जुर्माना वसूलने के साथ पैदल चलने वालों के लिए बाधक बने व्यवसायियों को निर्धारित स्थान पर ही दुकानें लगाने निर्देश दिया।

शहरी व्यवस्था में सुधार के लिए कलेक्टर का निर्देश

कलेक्टर कुंदन कुमार ने पुलिस, राजस्व एवं नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक कर संयुक्त निरीक्षण करते हुए वेंडरों, दुकानदारों, रिक्शा चालकों को समझाइश देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने शहरी व्यवस्था को बेहतर बनाने सार्वजनिक चौक-चौराहों स्थानों, सड़कों से अतिक्रमण हटवाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में नगर निगम के अधिकारी निरंतर निरीक्षण करते हुए वेंडरों, दुकानदारों, रिक्शा चालकों, फुटकर विक्रेताओं आदि को समझाइश दें और व्यवस्था को दुरुस्त करें। दुकानों के बाहर सामान का डिस्प्ले ना किया जाए जिससे आवागमन में असुविधा हो। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को प्रतिदिन सुबह भ्रमण करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि राजस्व एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी रात्रि में भी संयुक्त निरीक्षण करते हुए शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखना सुनिश्चित करें। इस दौरान कलेक्टर ने नगर निगम के राजस्व निरीक्षक एवं भवन अधिकारी को नोटिस भी जारी करने के निर्देश दिए।

जिम्मेदारों को उनका कर्त्तव्य याद दिलाया कलेक्टर ने

फुटपाथ सहित सड़क पर कब्जे को लेकर नईदुनिया ने जिम्मेदारों से उनका पक्ष भी लिया था। जिम्मेदार राजस्व अधिकारी का कहना था कि नगर निगम के साथ मिलकर कार्रवाई की जा सकती थी। नगर निगम के अधिकारी नागरिकों के हित से जुड़े इस मामले में भी मौन साधे हुए थे। नागरिकों की ओर से अव्यवस्था के लिए नगर निगम और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा था। जिम्मेदारों की तंद्रा नहीं टूट रही थी ऐसे में कलेक्टर कुंदन कुमार को हस्तक्षेप करना पड़ा। उन्होंने नगर निगम,पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर व्यवस्था में सुधार तथा अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए है। ऐसे में उम्मीद है कि पैदल चलने वालों को भी अब ज्यादा दिक्कत नहीं होगी। लगातार कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है।

Posted By: Yogeshwar Sharma

छत्तीसगढ़
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