बालोद। दल्लीराजहरा में तिवारी पोल्ट्री फार्म में 3700 से अधिक मुर्गियों की मौत न्यू कैसल डिसीज बीमारी से हुई है। इसकी पुष्टि पशु चिकित्सा सेवाएं राज्य स्तरीय रोग अन्वेषण प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट में हुआ है। बता दें कि पुणे की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। तब तक संभाग स्तरीय रैपिड रिस्पांस टीम उक्त पोल्ट्री फार्म में निगरानी रखेगी। वहीं न्यू कस्टल डिसीज़ की पुष्टि होने के बाद रायपुर पशु चिकित्सा सेवाएं द्वारा एडवाइजरी जारी की गई हैं।

बता दें कि जारी एडवायजरी में संक्रमित, सुस्त एवं कमजोर पक्षियों को स्वस्थ पक्षियों से अलग रखने, कर्मचारियों को स्वस्थ्य पक्षियों के शेड में जाने पर प्रतिबंधित, जैव सुरक्षा का पालन अनिर्वाय रूप से करने, पोल्ट्री के प्रवेश द्वार पर फुटपाथ क्षेत्र निर्मित करने जहां से प्रतिदिन गाड़ियों, व्यक्तियों एवं अन्य लोगों का प्रवेश होता है, प्रक्षेत्र में प्रवेश करते समय अपने आप को सेनिटाइज़र से डिसइन्फेक्शन करने, एक दिवस के अंतराल में किन्तु रोग की स्थिति में प्रतिदिन या दिन में दो बार डिसइनफेक्टेंट से छिड़काव करने, नये चूजों के आने से पहले पूरे क्षेत्र का उचित डिसइंफेक्शन एवं फ्यूमिगेशन करने ने निर्देश दिए गए हैं।

वहीं एडवायजरी में स्थिति सामान्य होने तक संभाग स्तरीय रैपिड रिस्पांस टीम द्वारा सतत निगरानी रखने की बात कही गई है। साथ ही नए मुर्गियों को लाने से पहले सम्पूर्ण प्रक्षेत्र के सभी रोड, फोमाइट्स आदि का डिसइन्फेक्शन करने के बाद इन्वायरनमेन्टल टेस्टिंग कराया जाना सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि छत्‍तीसगढ़ के बालोद जिले के दल्लीराजहरा स्तिथ वार्ड 16 में तिवारी पोल्ट्री फार्म में मंगलवार को 640 मुर्गियों की और मौत हो गई थी। लगातार हो रही मुर्गियों की मौत से जहां एक ओर क्षेत्रवासियों ने हड़कंप मंचा हुआ है। वहीं विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है। बीते एक सप्ताह के भीतर तीन दिन में 3 हजार 700 मुर्गियों की मौत हो जाने से बर्ड फ्लू की आशंका भी जताई जा रही हैं।

Posted By: Vinita Sinha

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