बलौदाबाजार। जिले में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ते जा रहा है। बीते दो दिनों में 674 पाजिटिव मरीजो का महाआंकड़ा सामने आया है, साथ ही पिछले 48 घंटों में 4 लोगो की मौतें भी हुई है। संक्रमीत मरीजों के बढ़ने से कोविड सेंटरों में अव्यवस्थाओं का आलम कुछ यूं हैं कि संक्रमित मरीज ही अस्पताल की अव्यवस्था देख कर एक पल रुकना पसंद नहीं कर रहे। ऐसी ही घटना बुधवार की सुबह घटी जिसमें कोरोना पाजिटिव मरीज अस्पताल की बदहाल अव्यवस्थाओं से तंग आकर फरार हो गया, जिसकी अस्पताल प्रबंधन को खबर तक न लगी।
लगातार बढ़ते संक्रमितों के मामलों से कोविड सेंटरों की व्यवस्था चरमरा गई है। कोविड अस्पतालों में बेड कोरोना मरीजों से फुल हो चुके हैं। बेड व वेंटिलेटर के लिए मरीज भटक रहे हैं। 73 बिस्तर वाले जिला कोविड अस्पताल में 231 मरीज भर्ती हैं जिसमें 93 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। सकरी के 170 बिस्तरों वाले कोविड सेंटर में 170 मरीज हैं, वहीं सिमगा के 66 बिस्तर वाले कोविड अस्पताल में 90 मरीजों को रखा गया है। अगर नया मरीज आता है तो उसके लिए बिस्तर ही नहीं है। सीएमएचओ डॉ. खेमराज सोनवानी ने बताया कि रविवार या सोमवार से हम 50 बिस्तरों वाले कसडोल और 100 बिस्तरों वाले बिलाईगढ़ के कोविड सेंटरों को फिर से खोलने जा रहे हैं।
फरार मरीज के खुलेआम घूमने से अन्य लोगों पर संक्रमण का खतरा
कोरोना संक्रमित मरीज रामनाथ डड़सेना गुरुवार की सुबह अस्पताल कर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया । फरार करोना संक्रमित रामनाथ डड़सेना वनमंडल के देवपुर वन परिक्षेत्र में कार्यरत हैं, जिसे जिला अस्पताल के कोविड-19 सेंटर में भर्ती किया गया था। फरार मरीज के खुलेआम घूमने से नगर के अन्य लोगों पर संक्रमण का खतरा बना हुआ है। कोरोना संक्रमित मरीज का इस तरह से फरार होना, कोविड-19 अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को उजगार करता है। पूर्व में भी जिले के कोविड-19 सेंटरों में भर्ती कई मरीजों ने वहां के चिकित्सकों की लापरवाही के संबंध शिकायत की थी। भर्ती मरीजों का आरोप था कि अस्पताल में न तो चिकित्सक समय से देखने आते हैं न ही समय पर दवाई दी जाती है और तो और समय पर खाना मिलना तक नसीब नहीं होता है। घर से खाना मंगवाना भी प्रतिबंधित किया गया है, जिससे मरीज अस्पताल में अपने आप को काफी असहज व परेशान महसूस करते हैं ।
कपड़ा दुकान के सामने बैठा मिला
फरार करोना संक्रमित रामनाथ डड़सेना के गुरुवार दोपहर दो बजे नगर के आस्था क्लीनिक के सामने एक कपड़ा दुकान के बाहर बैठे पाये जाने की सूचना प्राप्त हुई। पत्रकारों के द्वारा जिला प्रशासन को ये जानकारी दी गयी, जिसेक बाद तीन बजे जिला प्रसाशन ने 108 की एंबुलेंस को भेज कर संक्रमित मरीज को अपनी सुरक्षा में लिया। सरकारी व्यवस्था से परेशान संक्रमित मरीज के स्वजनों ने बताया कि अब हम सरकारी अस्पताल में इलाज न कराकर निजी अस्पताल में मरीज का इलाज कराएंगे।
संकरी बना कोरोना का हाटस्पाट, एक ही गांव में 200 मरीज
जिला मुख्यालय से लगे ग्राम संकरी दूसरी लहर में कोरोना का एक प्रमुख हाटस्पाट के रूप में सामने आया है। गांव में फिलहाल 200 कोरोना संक्रमित चिन्हित किये गए हैं। इनमें 102 की पहचान तो आज ही की गई है। कलेक्टर सुनील जैन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सम्पूर्ण संकरी गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर दिन-रात पुलिस की तैनाती के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले 2-3 दिन में गांव के 960 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया। इनमें 200 पाजिटिव मरी मिले, वहीं 760 लोगों का रिपोर्ट निगेटिव आई है।
Posted By: Nai Dunia News Network
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