बालोद (नईदुनिया न्यूज)। लंबे इंतजार के बाद अब जिला मुख्यालय के सौ बेड के जिला चिकित्सालय में अब रोगियों को हर बेड पर आक्सीजन पाइप लाइन के जरिए आक्सीजन की सुविधा जल्द मिलने लगेगी। चिकित्सालय में आक्सीजन प्लांट स्थापित होने के साथ विभिन्ना वार्डों में आक्सीजन लाइन की फीटिंग हो चुकी है। इससे अब वार्डों में आक्सीजन सिलेंडर लाने ले जाने की व्यवस्था समाप्त होगी। वहीं आक्सीजन सिलेंडर रीसने की समस्या से भी मुक्ति मिलेगी। जिला अस्पताल को अब दुर्ग-भिलाई पर निर्भर रहना नहीं पड़ेगा जिला अस्पताल में मरीजों को अब जल्द ही पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन मिलेगा जिला अस्पताल परिसर में ही सीजीएमएससी करोड़ों की लागत से आक्सीजन प्लांट लगाया गया है जिसका कार्य तेजी से चल रहा है आक्सीजन प्लांट लगने में मरीजों में स्वास्थ विभाग के साथ अस्पताल प्रबंधन को राहत मिलेगी=
महीने में आक्सीजन के लिए खर्च हो रहे थे 20 हजार
महीने में आक्सीजन के लिए खर्च हो रहे 20 हजार रुपये भी बचेंगे मिली जानकारी के मुताबिक जिला कोरोना अस्पताल व मात्र शिशु कक्ष जिला अस्पताल में भी आक्सीजन की सप्लाई की सुविधा मिलेगी। यहां लगाए जा रहे आक्सीजन प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 1000 सिलेंडर की है। अस्पताल में आक्सीजन की कमी नहीं होगी। जिला अस्पताल सीएचएमओ से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना अस्पताल व जिला अस्पताल दोनों जगहों में मरीजों के लिए आक्सीजन की आवश्यकता रहती है। जिला अस्पताल में 110 आक्सीजन सिलेंडर है रोजाना 30 आक्सीजन सिलेंडर खत्म हो जाता है। आक्सीजन सिलेंडर के लिए हर माह 20 हजार रुपये खर्च करते हैं, अब अस्पताल परिसर में उपलब्ध होने के कारण आक्सीजन की किल्लत नहीं होगी।
चिकित्सालय सूत्रों के अनुसार सामान्य चिकित्सालय में विभिन्ना वार्डों में आक्सीजन की लाइन डालकर प्रत्येक पलंग पर आक्सीजन की सुविधा की गई है। प्लांट के तहत चिकित्सालय में आक्सीजन के करीब 100 प्वाइंट लगाए गए हैं। अस्पताल के आईसीयू, आपरेशन थियेटर, मेल मेडिकल वार्ड, फीमेल मेडिकल वार्ड, फीमेल सर्जिकल में फीटिंग हो चुकी है।
मिलेगा आटोमेटिक बैकअप
चिकित्सालय सूत्रों के अनुसार यदि चिकित्सालय की बिजली गुल हो जाती है और जनरेटर भी कार्य नहीं करेगा तो ऐसी स्थिति में आधा घंटे तक आक्सीजन का आटोमेटिक बैकअप मिलता रहेगा। इसके बाद इमरजेंसी सिलेंडरों के जरिए मैन्युअल रूप से आक्सीजन की आपूर्ति सुचारू होगी। प्लांट के तहत मैनीफोल्ड रूम भी बनाया गया है, जिसमें इमरजेंसी सिलेंडर, एयर कंप्रेशर, सक्शन मशीनें लगाई गई हैं।
यह होगा फायदा
अभी तक सामान्य चिकित्सालय में सिलेंडरों के जरिए मैन्युअल तरीके से रोगियों को आक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है। सिलेंडरों को लाने- ले जाने और खाली होने पर भरवाने आदि की मशक्कत होती है। कई बार सिलेंडर रिसने पर समय समस्या भी हो जाती, लेकिन अब समस्या से निजात मिल सकेगी।
वर्शन
चिकित्सालय में आक्सीजन प्लांट लगने के साथ वार्डों में आक्सीजन की लाइन फीटिंग हो चुकी है। संबंधित कम्पनी द्वारा आक्सीजन लाइन की ट्रायल के बाद लाइनों को सुचारू रूप से शुरू कर दिया जाएगा। आक्सीजन लाइन शुरू होने से सुविधा मिलेगी।
डा. डीआर देवदास सीएचएमओ बालोद
Posted By: Nai Dunia News Network
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