बेमेतरा। जिले में समितियों के माध्यम से किसानों को खाद के रूप में अमानक रूप से खाद खपाए जाने की बात लगातार आ रही थी। किसानों के द्वारा बाकायदा इसकी शिकायत स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासन से भी की गई थी। जिस पर बेमेतरा कलेक्टर के द्वारा उमरिया सेवा सहकारी समिति में लगभग 1 माह पूर्व निरीक्षण के दौरान अमानक खाद 'जाइम' 1000 पेटी खपाए जाने की पुष्टि की गई थी। हालांकि इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई के निर्देश समिति के पंजीयक सहित कृषि विभाग को दी गई थी जिसके चलते लगभग 1 माह बाद 21 मई को सेवा सहकारी समिति उमरिया के समिति प्रबंधक सनत वर्मा, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा दाढ़ी के मैनेजर राजू लाल देवांगन तथा समिति कर्मी लालाराम चंद्राकर और ओमप्रकाश के साथ-साथ कृष्णा जाइम के उत्पादक प्रबंधक संचालक एसआरटीयू पाटन जिला दुर्ग के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
विदित हो कि जिले में अमानक खाद को लेकर पूर्व में भी सेवा सहकारी समिति चंदनू तथा खंडसरा में कृषि विभाग के द्वारा खाद जब्त किए जाने की कार्रवाई की जा चुकी है। किंतु समिति के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात अगर की जाए तो जिला पंजीयक बेमेतरा के निर्देश पर संदीप वर्मा की रिपोर्ट पर यह मामला दर्ज किया गया है। विदित हो कि पूर्व में भी नईदुनिया ने प्रमुखता से समितियों के माध्यम से अमानक खाद किसानों को बेचे जाने की खबर लगातार प्रकाशित भी की थी, जिसके चलते पूर्व में कृषि विभाग के द्वारा दो समितियों के ऊपर कार्रवाई की गई थी किंतु अब सेवा सहकारी समिति उमरिया के प्रबंधक सहित दो कर्मी के साथ-साथ जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा दाढ़ी के शाखा प्रबंधक पर भी अपराध दर्ज कर कहीं न कहीं इन्हें दोषी माना है। जिसके चलते अब जिले के समितियों से जुड़े हुए कर्मी के साथ-साथ संचालक मंडल में भी खलबली सी मची हुई है। हालांकि शासन के दिए गए दिशा निर्देश और निर्धारित मापदंड के तहत ही समितियों से खाद किसानों को दिए जाने के निर्देश था, उसके बाद भी समितियों में अमानक खाद उपलब्ध होना किसानों के हितों को अनदेखी करने वाले बात ही कही जा सकती है। और इन सब के अलावा यह सवाल उठता है कि प्रशासन के दिए गए दिशा निर्देश के बाद भी समुचित रूप से उनका पालन नहीं हो पाना कहीं न कहीं राजनीतिक संरक्षण या फिर दबाव की बात को भी नकारा नहीं जा सकता है
Posted By: Nai Dunia News Network
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