भिलाई। Anganwadi Worker Stirke: 23 जनवरी से प्रदेश भर के 46 हजार 660 आंगनबाड़ी और 6 हजार 548 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रो में ताले लटकेंगे। एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिकाओं ने राजधानी में उग्र प्रदर्शन करने की तैयारी की है। प्रदेश भर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लंबे समय से चुनावी घोषणा पत्र के अनुरुप मानदेय या फिर कलेक्टर दर पर मानदेय देने की मांग कर रही है।
कलेक्टर दर पर मानदेय देने की मांग
आंदोलन में जशपुर, बलरामपुर, सूरजपुर, कोरिया, सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर जिला से आंगनबाड़ी की महिलाएं रविवार रात को ही रवाना हो गई है। आंगनबाड़ी संघ का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा अपने चुनावी वायदे में सरकार आने पर नर्सरी शिक्षक पर उन्नयन और कलेक्टर दर पर मानदेय की की घोषणा की गई थी।
23 को होने वाले आंदोलन में शामिल होंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
घोषणा को याद दिलाते हुए चार वर्ष बीत गए। आज तक सरकार द्वारा ध्यान नही दिया। जिससे आंगनबाड़ी कार्रकर्त्ताओं में निराशा और आक्रोश व्याप्त है। मजबूर होकर आंगनबाडी कार्यकर्त्ता व सहायिका विभिन्ना संगठनों द्वारा एक संयुक्त मंच बनाकर एक बार फिर से सरकार का ध्यानाकर्षण के लिए 23 से 27 जनवरी तक रायपुर राजधानी मुख्यालय में पांच दिन का महापड़ाव करने का निर्णय लिया गया है।
संयुक्त मंच के प्रांतीय पदाधिकारियों के अनुसार इसकी सूचना 30 दिसंबर को सरकार को दे चुके हैं। उसके बाद भी सरकार हमारे अधिकारों के लिए किए जाने वाली इस हड़ताल को दबाना चाहती है और हड़ताल को रोकना चाहती है। और बूढ़ा तालाब में हम महिलाओं को शांतिपूर्ण प्रदर्शन और बैठने के लिए स्वीकृति देने में भी आना कानी कर रही है। उक्त जानकारी संयुक्त मंच के संयोजक मंडल की सदस्य पद्मावती साहू, सरिता पाठक, रुक्मणी गुप्ता, हेमा भारती, गजेन्द्र झा के द्वारा दी गई।
Posted By: Ashish Kumar Gupta
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