भिलाई। Bhilai Coronavirus News । कोरोना के वैश्विक संकट के बीच इस्पात उद्योग भी मार झेल रहा है। पिछले साल मार्च की तुलना में इस बार भारी गिरावट दर्ज की गई है। चीन को क्रूड स्टील प्रोडक्शन में महज 1.7 प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा है,जबकि भारत को 13 प्रतिशत का झटका लगा है। मार्च 2019 की अपेक्षा 2020 निराशाजनक साबित हुआ है। इधर, भिलाई इस्पात संयंत्र में मार्च के प्रथम सप्ताह तक 16 हजार टन रोज हॉट मेटल का प्रोडक्शन होता था, इस वक्त करीब सात हजार टन ही हो रहा है। पिछले दिनों यह गिरकर छह हजार तक पहुंच गया था।
वर्ल्ड क्रूड स्टील प्रोडक्शन का आंकड़ा पेश कर दिया गया है। इसमें दुनिया के 64 देशों की सूची जारी की गई है, जहां उतार-चढ़ाव का दौर बना हुआ है। वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन के मुताबिक छह प्रतिशत गिरावट के साथ 147.1 मिलियन टन स्टील का प्रोडक्शन मार्च में हुआ है। इसकी वजह कोविड-19 कोरोना वायरस को बताया गया है। यह भी दावा किया गया है कि राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर इस आंकड़े में और भी उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। अगले महीने इसकी समीक्षा की जाएगी।
79 मिलियन टन क्रूड स्टील प्रोडक्शन के साथ चीन प्रथम स्थान पर बना हुआ है। पिछले साल मार्च की तुलना में इसे 1.7 प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा है। दुनिया के दूसरे नंबर के इस्पात उत्पादक भारत ने 8.7 मिलियन टन प्रोडक्शन किया, जो 13.9 प्रतिशत कम है। तीसरे नंबर पर जापान बना हुआ है। 8.2 मिलियन टन क्रूड स्टील प्रोडक्शन करने के बावजूद जापान को 9.7 प्रतिशत गिरावट का मुंह देखना पड़ा है। वहीं, साउथ कोरिया ने 5.8 एमटी उत्पादन तो किया जो 2019 की तुलना में 7.9 प्रतिशत कम है।

इधर, सेल ने कटौती का किया इंतजाम
कोरोना संकट की घड़ी में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल ने कैश कलेक्शन कम होने और की खराब हालत को देखते हुए कटौती का फैसला लिया है। उत्पादन कम किया जाएगा। कार्मिकों को किसी तरह वेतन भुगतान होगा, लेकिन वेंडर को रकम देने स्क्रैप आदि को बेचने का फरमान सेल से जारी कर दिया गया है।
बीएसपी सहित सेल की सभी इकाइयों को इस पर अमल करने की सलाह दी गई है। सेल पर 52 हजार करोड़ का कर्ज हो गया है। सेल के डायरेक्टर फाइनेंस अमित सेन ने खुद गैर जरूरी सर्विसेस पर रोक लगाने की बात कही है। सभी पर्चेस ऑर्डर और कांट्रैक्ट की समीक्षा की सलाह दी है, ताकि पैसे को बचाया जा सके।
22 अप्रैल को बीएसपी का उत्पादन
7538 टनः हॉट मेटल
7859 टनः क्रूड स्टील
5755 टनः सेलेबल स्टील
1484टनः रेल मिल
1642 टनः यूनिवर्सल रेल मिल
एशिया से अमेरिका तक गिरावट जारी
इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में दुनिया भर में 443 मिलियन टन क्रूड स्टील का उत्पादन हुआ। यह 2019 की प्रथम तिमाही की तुलना में 1.4 प्रतिशत कम है। जबकि इसी अवधि में पिछले साल उछाल दर्ज की गई थी। कोरोना की वजह से इस बार नुकसान उठाना पड़ा है।
स्टील मार्केट बैठा हुआ है। बाजार बंद है। अकेले एशिया में 315.2 मिलियन टन क्रूड स्टील बनाया, जो 0.3 प्रतिशत कम है। यूरोप में 38.3 एमटी उत्पादन हुआ, जहां 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। नार्थ अमेरिका में भी पहली तिमाही में 29.5 मिलियन टन उत्पादन हुआ। यहां भी चार प्रतिशत की गिरावट हुई।
इटली को 40 और जर्मनी को 20 फीसद की मार
कोरोना संकट से जूझने वालों में यूरोप के कई देश शामिल हैं। इस वजह से उद्योग धंधे ठप हो गए हैं। जर्मनी ने मार्च में महज 2.9 मिलियन टन ही क्रूड स्टील का उत्पादन किया, जो मार्च 2019 की तुलना में 20.9 प्रतिशत की गिरावट है।
सबसे बड़ी मार इटली को पड़ी है। सिर्फ 1.4 मिलियन टन ही उत्पादन करने वाले इटली को 40.2 प्रतिशत का नुकसान हुआ है। इस्पात उद्योग पूरी तरह से वहां ठप हो गया है।
कोरोना की चपेट में फ्रांस भी आया। उसे 13.2 प्रतिशत कम उत्पादन करना पड़ा। मार्च में सिर्फ 1.2 मिलियन टन ही प्रोडक्शन हो सका है।
स्पेन को 14.6 प्रतिशत का नुकसान हुआ है। इसी तरह अमेरिका ने 7.2 मिलियन टन स्टील तो बनाया है, लेकिन पिछले वर्ष की अपेक्षा इसे भी छह प्रतिशत की गिरावट से जूझना पड़ा।
रूस को मामूली नुकसान हुआ है। 5.9 मिलियन टन उत्पादन किया, जो 4.4 प्रतिशत कम है।
यूक्रेन ने 1.8 मिलियन टन उत्पादन किया, इसमें भी उसे 10 प्रतिशत की चपत लगी।
2019 की तुलना में ब्राजील में 8.2 प्रतिशत कम उत्पादन हुआ है। यहां मार्च में 2.6 मिलियन टन ही उत्पादन हुआ है।
क्रूड स्टील प्रोडक्शन के बिजनेस में तुर्की को 4.1 प्रतिशत का नुकसान हुआ है, मार्च में 3.1 प्रतिशत ही उत्पादन किया।
Posted By: Nai Dunia News Network
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