भिलाई। बीएसपी के इंस्ट्रूमेंटेशन एवं आटोमेशन विभाग में राजभाषा कार्यशाला का आयोजन हुआ। इसमें कार्यालयीन कार्यों में हिंदी के शत प्रतिशत उपयोग पर जोर दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि हिंदी विचारों के अदान प्रदान का बेहतर माध्यम है।
कार्यशाला कार्यकारी मुख्य महा प्रबंधक (इंस्ट्रूमेंटेशन एवं आटोमेशन) एसके केसकर के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इसमें इंस्ट्रूमेंटेशन एवं आटोमेशन अंचल के अधिकारियों सहित कार्मिकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
कार्यकारी एसके केसकर ने विभाग में अधिक से अधिक हिंदी में कार्य करने में जोर दिया तथा उन्होंने विभिन्ना उदाहरण देकर समझाया कि जो अपनी भाषा का सम्मान करते हैं वो निरंतर प्रगति करते हैं। हिंदी एक ऐसा संचार का माध्यम है, जिससे हम एक टीम के रूप में कार्य कर सकते हैं।
महा प्रबंधक (इंस्ट्रूमेंटेशन) एमवी बाबू ने हिंदी की महत्ता पर प्रकाश डाला उन्होंने कहा हिंदी है हम वतन है हिन्दुस्तान हमारा। भूपेन्द्र जनपंगी महा प्रबंधक स्वचालन (इनकास) ने कहा कि हिंदी केवल राजभाषा नहीं यह संपूर्ण भारत की भाषा है, अतः इसे भारत भाषा बोला जाना चाहिए। महा प्रबंधक इंस्ट्रूमेंटेशन बी मधु पिल्ले ने कार्यक्रम को सराहा। विजेंद्र कुमार चैधरी ने कार्यक्रम का संचालन किया।
भिलाई इस्पात सयंत्र के राजभाषा अधिकारी जितेंद्र दास मानिकपुरी ने इंस्ट्रूमेंटेशन एवं आटोमेशन में हिंदी को बढाने के लिये किये जा रहे कार्यों की सराहना की। महा प्रबंधकगण जीके कुंडू, पीएन मरावी एवं सिम्मी गोस्वामी ने इस कार्यक्रम में अपनी सक्रिय भागीदारी दी।
कार्यशाला के दौरान हिंदी प्रतियोगिता में संत कुमार बघेल, रमेश कुमार घाटे, राम आशीष गुप्ता, एमवी बाबू, बी मधु पिल्ले, कमलेश्वर शर्मा, जन्मेश शुक्ला, रजनीश जैन विजेता रहे।
Posted By: Nai Dunia News Network
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