Bilaspur News: बिलासपुर। जिले के 152 गांव मोतियाबिंद मुक्त हो चूके है। वर्तमान में बिलासपुर जिले के 708 गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीम नेत्र सहायक अधिकारी सर्वें कर मोतियाबिंद के मरीज खोज रहे है। बिलासपुर जिले को 14 हजार मोतियाबिंद ऑपरेशन करने का टारगेट मिला है। अब तक 8560 ऑपरेशन हो चूके है। अफसर जनवरी माह अंत तक टारगेट पूरा करने युद्ध स्तर पर सर्वे और मरीजों का ऑपरेशन करने में जुटे हुए है।
अंधत्व निवारण कार्यक्रम के सहायक नोडल अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने बताया कि सभी ब्लॉक में सर्वें कर मोतियाबिंद के मरीजों का ऑपरेशन किया जा रहा है। बिलासपुर जिले को मोतियाबिद दृष्टिहीनता मुक्त जिला बनाया जाएगा। इसके तहत बिलासपुर जिले के 4 ब्लॉक के 708 गांवों में सर्वे कराया जा रहा है। 152 गांव मोतियाबिंद मुक्त पाए गए है। गांवों के साथ ही स्कूली बच्चों का भी सर्वे हो रहा है। 2500 स्कूली बच्चों को चश्मा वितरण किया गया है। इसके साथ ही 2500 बुजुर्गो को भी चश्मा उपलब्ध कराया जा चूका है। योजना के तहत मोतियाबिद से दृष्टिहीन हुए मरीजों का सर्वे नेत्र सहायक अधिकारी डोर-टू-डोर कर रहे है। हर महीने सर्वे रिपोर्ट सौंपकर मोतियाबिद दृष्टिहीन लोगों और उनके ऑपरेशन की मौजूदा जानकारी दी जा रही है। ताकि नया दृष्टिहीन मरीज न मिले और सभी को आंखों की रोशनी मिल सके।
सर्वे कर स्पॉट पर ही मरीजों का रजिस्ट्रेशन
मोतियाबिद दृष्टिहीनता मिटाने के लिए सभी ब्लॉकों में सर्वे चल रहा है। मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकताã और नेत्र सहायक अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। ताकि सर्वे कर स्पॉट पर ही चिह्नांकित मरीजों का रजिस्ट्रेशन कर मोतियाबिद का ऑपरेशन किया जा सके। सभी ब्लॉक में सर्वे कर चिह्नांकित मरीजों का अपनी सुविधानुसार माह तय कर ऑपरेशन कर रहे हैं। हालांकि अभी जिन लोगों को दोनों आंखों में मोतियाबिद है, उन्हें प्राथमिकता दी जा रही है। ताकि दृष्टिहीनता की स्थिति निर्मित न हो सके। किसी तरह की परेशानी न हो।
जिले को मोतियाबिद दृष्टिहीनता मुक्त जिला बनाने के लिए सभी ब्लॉकों में नेत्र सहायक के साथ ही हेल्थ वर्करों की सहायता से सर्वे कराकर वहीं उनके ऑखों का जांच कराया जा रहा है। मोतियाबिंद मिलने पर उनको ऑपरेशन के लिए सिम्स, जिला अस्पताल लाया जाता है। जहां ऑपरेशन किया जा रहा है।
डॉ. अनिल श्रीवास्तव सीएमएचओ
Posted By: Yogeshwar Sharma
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