बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। सगी बहन के घर मोटी रकम देखकर पूर्व महिला सरपंच के मन में लालच आ गया। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी का प्लान किया। इसके बाद अपनी बहन और उसके परिवारवालों को घुमाने के बहाने वाटर पार्क ले गई। इधर चोरों ने योजना के अनुसार उनके जाते ही घर में घुसकर दो महिलाओं को कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद करीब 50 लाख रुपये और जेवर चोरी कर भाग निकले। मामले की जांच के बाद एसीसीयू की टीम ने पूर्व सरपंच और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया है।

मंगला के अभिषेक विहार में रहने वाले तुलसी साहू पीडब्ल्यूडी में कर्मचारी हैं। उनकी पत्नी सरोजनी साहू ने चोरी की शिकायत की है। सरोजनी ने बताया कि रविवार की सुबह वे परिवार के सदस्यों के साथ वाटर पार्क चली गई। इसके कुछ देर बाद पड़ोसियों ने फोन कर बताया कि उनके मकान में चोरी हो गई है। इस पर वे परिवार को लेकर घर आ गईं।

महिला ने मामले की शिकायत पर पुलिस और एसीसीयू की टीम ने जांच शुरू की। प्राथमिक जांच में ही बुलेट सवार युवकों पर पुलिस को संदेह हुआ। इस पर पुलिस युवकों की तलाश में जुट गई। घटना के कुछ ही घंटों बाद पुलिस की टीम ने बुलेट में सवार तीन युवकों को सेलर एनीकट के पास पकड़ लिया। पूछताछ में तीनों ने चोरी करना बताया।

इस पर पुलिस युवकों को एसीसीयू के आफिस में लेकर आ गई। यहां कड़ाई से पूछताछ में उन्होंने दूसरों के कहने पर आरोपित बनना बताया। इसके बाद मामले से पर्दा उठता गया। मामले में पुलिस ने लखराम की पूर्व सरपंच रुखमणी साहू समेत सात लोगों गिरफ्तार किया है। वहीं, गिधौर के पूर्व सरपंच शिवनारायण कश्यप और उसका साथी गोलू उर्फ दिपेश कश्यप फरार है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

ऐसे बनाई योजना

ग्राम लखराम में रहने वाली पूर्व सरपंच रुखमणी साहू को पता था कि उसकी बहन सरोजनी के घर में बड़ी रकम और सोने-चांदी के जेवर हैं। उसने यह बात गिधौरी के पूर्व सरपंच शिवनारायण कश्यप को बताया। इसके बाद नगपुरा में रहने वाले शिवदीप तिवारी, गोलू उर्फ दिपेश कश्यप, गजेंद्र कश्यप ने रुखमणी के घर में चोरी की योजना बनाई।

योजना के मुताबिक रविवार को रुखमणी अपनी बहन और उसके परिवार के सदस्यों को लेकर वाटर पार्क चली गई। इसके कुछ ही देर बाद शिवदीप, गोलू और गजेंद्र सरोजनी के घर पहुंचे। तीनों ने घर में मौजूद दो बुजुर्ग महिलाओं को ऊपर के कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद रुपये और गहने लेकर फरार हो गए।

पुलिस को चकमा देने के लिए बनाया था प्लान बी

पूर्व सरपंच और उसके साथियों ने पुलिस को चकमा देने के लिए प्लान बी तैयार कर रखा था। योजना के अनुसार शिवदीप, गोलू और गजेंद्र ने चोरी की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद उन्होंने चोरी की रकम में से 25 लाख रुपये और सोने-चांदी के जेवर सूरज विश्वकर्मा निवासी गिधौरी, विशू श्रीवास निवासी सरकंडा और किशोरी लाल बंजारे को दे दिया। साथ ही घटना में प्रयुक्त बाइक भी युवकों को थमा दी।

इसके बाद युवक रकम और जेवर से भरा बैग लेकर घटनास्थल के आसपास घूमते रहे। कुछ देर बाद वे सेलर एनीकट के पास आ गए। यहीं से एसीसीयू की टीम ने उन्हें पकड़ा। पूछताछ में युवकों ने बताया कि नगपुरा निवासी शिवदीप ने उन्हें चोरी के मामले में गिरफ्तार होकर जेल जाने पर एक-एक लाख रुपये देने की बात कही थी। साथ ही जेल से छुड़ाने के लिए रकम खर्च करने का आश्वासन दिया था। उसके कहने पर युवक चोरी की रकम लेकर घूम रहे थे।

रकम के संबंध में जानकारी नहीं दे पा रही महिला

एसपी संतोष कुमार ने बताया कि शिकायत करने वाली महिला ठेकेदारी करती है। उसने अपनी शिकायत में केवल 20 हजार रुपये और सोने के जेवर चोरी होने की बात कही। आरोपितों के पकड़े जाने पर पता चला कि उसके घर से करीब 50 लाख रुपये नकद और करीब पांच लाख के जेवर चोरी हुए हैं। पुलिस ने महिला से संपर्क कर रुपये के संबंध में पूछताछ की है। इसमें वह रकम के संबंध में स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रही है।

पूर्व सरपंच के पकड़े जाने पर और भी जानकारियां आ सकती हैं सामने

एसीसीयू के प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र वैष्णव ने बताया कि मामले में गिधौरी का पूर्व सरपंच शिवनारायण कश्यप फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पूर्व सरपंच के पकड़े जाने पर और रुपये व जेवर जब्त हो सकते हैं। इसके अलावा मामले में महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती हैं। फरार आरोपित के संभावित ठिकानों पर पुलिस की दबिश जारी है।

इनकी हुई गिरफ्तारी

शिवदीप तिवारी(29), नगपुरा थाना रतनपुर

सूरज विश्वकर्मा(22) , गिधौरी थाना रतनपुर

विशु श्रीवास(20) ,गायत्री मंदिर के पास सरकंडा

किशोरी लाल बंजारे(25) , गिधौरी थाना रतनपुर

गजेन्द्र कश्यप(30) , गिधौरी थाना रतनपुर

रूखमणी साहू(50) , लखराम थाना रतनपुर

समेस कश्यप(26) , नेवसा थाना रतनपुर

Posted By: Yogeshwar Sharma

छत्तीसगढ़
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