बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। अरपा नदी में शिवघाट और पचरीघाट में दो बैराज का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही नदी के दोनों छोर पर रिटर्निंग वाल और चार और छह लेन का काम हो रहा है। निर्माण में लगातार हो रही लेटलतीफी के कारण लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ठेकेदार को 31 जनवरी तक मोहलत दी गई थी, लेकिन उन्होंने काम पूरा नहीं किया। अब ठेकेदार ने फिर से जून तक का समय मांगा है।
अत: सलिला अरपा नदी में बाहर माह पानी के लिए इसका उन्न्यन किया जा रहा है। इसके तहत शिवघाट और पचरीघाट के पास दो बैराज निर्माण की स्वीकृति मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी थी। पचरीघाट की लागत 38.51 लाख और शिवघाट बैराज की लागत 40.40 लाख है। दोनों बैराज में 44 गेट का निर्माण होना है। टेंडर जारी होने के बाद ठेकेदार ने निर्माण जनवरी 2021 में शुरू कराया था।
लगातार हो रही लेटलतीफी के कारण काम पूरा नहीं हो सका है। पचरीघाट 56 और शिवघाट 62 प्रतिशत ही काम हो पाया है। पिछले दिनों विधायक शैलेष पांडेय के अलावा अन्य जनप्रतिनिधियों ने दोनों बैराज के निर्माण को पूरा करने के निर्देश दिए थे। इस पर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने ठेकेदार को 31 जनवरी 2023 तक समय दिया था। तय समय में काम पूरा नहीं हुआ है। ठेकेदार ने एक बार फिर से जून तक की मोहलत अधिकारियों से मांगी है।
सीएम का है ड्रीम प्रोजेक्ट
अरपा नदी में बन रहे बैराज में हो रही लेटलतीफी से लोग निराश हैं। बताया जा रहा है कि बैराज को 2023 में पूरा करने का दावा किया जा रहा है। हालांकि अब भी काफी काम बाकी है। मालूम हो कि दोनों बैराज सीएम भूपेश बघेल का ड्रीम प्रोजेक्ट है।
भुगतान के लिए भी लगाई अर्जी
दोनों बैराज में 44 गेट का निर्माण करना है। अब तक 36 गेट का ही निर्माण पूरा हो सका है। आठ गेट अभी और बनने हैं। इधर, निर्माण अधूरा होने के बाद भी ठेकेदार ने भुगतान के लिए अधिकारियों से निवेदन किया है।
ठेकेदार ने जून तक समय मांगा है। पांच माह में निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। जहां तक भुगतान की बात है तो ठेकेदार ने इसके लिए अर्जी दी है, लेकिन काम जब तक पूरा नहीं होगा भुगतान नहीं किया जाएगा।
डी जायसवाल, कार्यपालन अभियंता खारंग डिवीजन
Posted By: Manoj Kumar Tiwari
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