बिलासपुर। Bilaspur News: राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष थानेश्वर साहू का कहना है कि पिछड़े वर्ग के युवाओं समेत सभी के लिए राज्य शासन की कई महत्वपूर्ण योजनाएं हैं। लेकिन वर्तमान में इस वर्ग के लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है जो चिंताजनक है। बुधवार को शहर प्रवास के दौरान आयोग के अध्यक्ष साहू ने छत्तीसगढ़ भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि विभिन्न योजनाओं के तहत पिछड़े वर्ग को सुविधाएं व छूट दी जाती हंै।
लेकिन योजनाओं की जानकारी के अभाव में पिछड़े वर्ग के लोग इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। गिने-चुने लोग ही इस तरह की योजनाओं का फायदा ले रहे हैं। इसके लिए योजनाओं का प्रचार-प्रसार होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग के प्रतियोगियों को प्रोत्साहित करने के लिए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा में चयनित होने पर अलग-अलग राशि देने का प्रावधान किया गया है।
लेकिन जानकारी के अभाव में पिछले साल मात्र पांच युवाओं ने इसका लाभ उठाया है। जबकि पिछड़े वर्ग के प्रतियोगी बड़ी संख्या में प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा तक पहुंचते हैं और चयनित भी हुए हैं। इसी तरह छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए कई अन्य योजनाएं हैं, जिनका लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है।
समीक्षा बैठक में अफसरों को दिए निर्देश
साहू ने बताया कि बुधवार को कलेक्टोरेट के मंथन सभा कक्ष में उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। इसमें पिछड़े वर्ग के लोगों की योजनाओं की जानकारी ली गई। इस दौरान समीक्षा करते हुए उन्होंने इस वर्ग के लोगों को लाभान्वित नहीं करने पर नाराजगी जताई। साथ ही पिछड़े वर्ग के युवाओं तक इसका प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।
भर्ती में छूट देने पर की चर्चा
आयोग के अध्यक्ष साहू ने कहा कि वर्तमान में प्रदेशभर में हो रही शिक्षकों की भर्ती में पिछड़ा वर्ग को पांच प्रतिशत छूट नहीं दी जा रही है। जबकि इससे पहले पंचायत विभाग के माध्यम से हुई नियुक्तियों में छूट देने का प्रावधान था। इस संबंध में अधिकारियों से चर्चा की गई है। पिछड़ा वर्ग से डीएड, बीएड करने वाले अभ्यर्थियों को भर्ती में पांच फीसद छूट देने पर चर्चा की गई है।
महापौर के बच्चों को हो रही परेशानी
उन्होंने कहा कि नगर निगम के महापौर रामशरण यादव के परिवार के बच्चों को जाति प्रमाण पत्र के लिए भटकना पड़ रहा है। यह चिंताजनक है। इस संबंध में अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी गई है कि पिछड़ा वर्ग के लोगों को इस तरह की छोटी-छोटी समस्या के लिए भटकना न पड़े।
Posted By: anil.kurrey
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