Bilaspur News:बिलासपुर। अग्निवीर बनने वाले युवाओं के लिए यह अच्छी खबर है। 10 वीं और 12 वीं पास युवाओं को सुनहरा भविष्य बनाने का सबसे अच्छा अवसर मिल रहा है। 10 वीं पास युवाओं के अग्निवीर बनने की स्थिति में चार साल की सेवा के बाद ना केवल अच्छा खासा पैकेज मिलेगा वरन 12 वीं के समक्ष प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। केंद्र सरकार ने कुछ इस तरह का प्रस्ताव युवाओं के सामने रखा है। भर्ती के लिए आनलाइन पंजीयन एवं आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 मार्च तय की गई है। भर्ती प्रक्रिया के प्रथम चरण में आनलाइन कंप्यूटर आधारित लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके बाद द्वितीय चरण में भर्ती रैली का आयोजन किया जाएगा। इस रैली के माध्यम से अग्निवीर सामान्य डयूटी (आल आर्मी), अग्निवीर सामान्य डयूटी (अनुसूचित जनजाति) आल आर्मी, अग्निवीर लिपिक (क्लर्क/स्टोर कीपर) (आल आर्मी), अग्निवीर टेक्निकल (आल आर्मी), अग्निवीर ट्रेडमेन 10वीं उत्तीर्ण (आल आर्मी) एवं अग्निवीर ट्रेडमेन 8वीं उत्तीर्ण (आल आर्मी) के पदों पर भर्ती की जाएगी। इन पदों के लिए आठवीं, 10 वीं एवं 12 वीं उत्तीर्ण युवा आवेदन कर सकते हैं।अग्निवीर में चयन होने के बाद उन्हें प्रथम वर्ष 30 हजार एवं भत्ता, द्वितीय वर्ष 33 हजार एवं भत्ता, तृतीय वर्ष 36 हजार 500 एवं भत्ता तथा चतुर्थ वर्ष 40 हजार वेतन एवं भत्ता तथा अन्य सुविधाएं दी जाएगी। साथ ही चार वर्ष पश्चात अग्निवीर को लगभग 10 लाख ब्याज सहित सेवानिधि पैकेज के रूप में दिया जायेगा जो आयकर छूट योग्य रहेगा। ऐसे अग्निवीर जो 10 वीं कक्षा उत्तीर्ण हैं उन्हें चार साल की सेवा पश्चात 12 वीं कक्षा के समकक्ष प्रमाण पत्र भी प्रदाय किया जायेगा।

भर्ती परीक्षा में शामिल होने इस पर दें ध्यान

0 वार्म अप- शरीर को सामान्य अवस्था से वार्म अप (शरीर को धीरे-धीरे गर्म करना) स्थित में लाना अनिवार्य है। बिना वार्म अप के आप अच्छे परिणाम प्राप्त नही कर सकते। इसलिए दौड़ने से पहले या अन्य क्रियाकलाप को जारी रखने के पहले आपके शरीर को वार्म अप करना जरूरी है। वार्म अप होने के लिए आप सबसे पहले छोटे-छोटे कदमों से जागिंग करते हुए आगे बढ़ें। ज्यों-ज्यों आपका शरीर वार्म अप होगा। त्यों त्यों आप दौड़ने की गति को बढाते जाइए यह क्रिया आप अपने अभ्यास सत्र के दौरान सुविधानुसार हर रोज करें।

0फिजिकल ट्रेनिंग - प्रतिदिन कम से कम एक घंटे का फिजिकल ट्रेनिंग प्रोग्राम बनायें जिसमें बेंड स्ट्रेच, पुश-अप, रीच डाउन, बीम पर लटकना, साइड जम्प और अन्य शारीरिक प्रशिक्षण कर सकते हैं।

0 सामान्य ट्रेनिंग - प्रारंभ के दिनो में आठ से 10 दिनों तक आप सामान्य अभ्यास करें ताकि स्टेमिना के साथ-साथ आपकी दौड़ के प्रति रुचि बनी रहें।

0 बाडी बिल्डिंग न करें-जो अभ्यार्थी सैन्य प्रशिक्षण की तैयारी करते समय बाडी बिल्डिंग का अभ्यास कर रहे हैं, उन्हें इस प्रशिक्षण अवधि के दौरान बाडी बिल्डिंग का अभ्यास न करें, क्योंकि इससे बाडी लाक होने की संभावना बनी रहती है। यदि वर्तमान समय में किसी के द्वारा किया जा रहा है तो उसे फौरन बंद कर देवें।

0बीम में लटकना - बीम में लटकना सेना प्रशिक्षण का एक अनिवार्य अंग है। यदि कोई व्यक्ति बीम में लटकने का अभ्यास अच्छी तरह से करता है तो उसे अच्छे अंक मिलने की संभावना बढ जाती है। बीम में लटकने के लिए व्यक्ति अच्छा प्रदर्शन नही कर पा रहा है तो उसके कमर को पकडकर उसे बीम में लटकने में उसकी मदद करें जिससे वह अच्छा प्रदर्शन कर सके। शारीरिक परीक्षण में अच्छे अंक लाने के लिए बीम में 10 बार लटकने का अभ्यास करें।

0 समूह में दौड लगाना- भर्ती के दिन अभ्यार्थी को समूह में दौडाया जाता है, इसलिए ध्यान देने वाली बात यह है कि अन्य अभ्यार्थी के साथ पैर न फंस जाये। इस बात का ध्यान रखें 10 15 युवाओं के समूह में दौड;ने का अभ्यास करें।

0 जूते - आजकल गोल्डस्टार एवं अन्य तरह के हल्के फुल्के जूते बाजार में उपलब्ध है। दौड;ने के लिए इन्ही जूतों का उपयोग करना चाहिए। जूते की रस्सी टाइट बंधी होनी चाहिए ताकि दौडने में मदद मिल सके। जूते पैर से बड़े या छोटे नही होने चाहिए ताकि दौडने में कोई परेशानी न हो। दम अधिक फूलता है।

0दौड का अभ्यास - दौडते समय मुंह बंद रखकर दौडने का अभ्यास करें। मुंह खुला रखकर दौडने से जिससे आप जल्दी थक जायेंगे और दौड नहीं पायेंगे।

0 पंजे के बल पर दौडना- अभ्यार्थी को पंजे के बल पर दौडने का ज्यादा अभ्यास करना चाहिए। एडी के बल पर दौडने काअभ्यास न करें।

0 स्प्रींट दौड लगाना - अभ्यार्थी को सलाह है कि अपने दौड के अभ्यास में स्प्रींट दौड 100 से 150 मीटर तक को शामिल करें। इस छोटी दौड; से एक फायदा यह है कि इससे अंतिम समय में दौड पूरा करने में समय की बहुत बचत होती है।

ये जानना भी है जस्र्री

0 सुबह नित्य क्रिया से निवृत्त होकर अभ्यास करें। भरे पेट से अभ्यास न करें।

0 शाकाहरी एवं संतुलित भोजन लें। सुबह नास्ते में अंकुरित चने व दुध का उपयोग करें।

0 दौड के पहले मूव ऑयलमेंट या अन्य कोई अन्य कोई क्रीम न लगावें, क्योकि इससे बाडी लाक होने का खतरा बना रहता है, साथ ही शरीर में जकड़न भी पैदा हो सकती है।

0 अभ्यास सत्र के एक घंटे बाद ठंडे पानी से नहाकर अपने शरीर को सरसों के तेल नारियल के तेल से मालिश कर लेंवे। इससे शरीर को ताजगी मिलेगी एवं थकावट महसूस नही होगी।

0 नींद भी पर्याप्त मात्रा में लेंवे।

0 पानी या अन्य पेय पदार्थ जैसे नींबू पानी, ग्लूकोज पानी या शरबत अधिक मात्रा में लें ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो।

0 दौडने का अभ्यास समूह बनाकर करें, क्योकि समूह में दौडने से क्षमताओं का विकास होता है।

0 1600 मीटर की दौड; 10 बीम लगाना, 9 फीट गड्डा कूदना, बैलेंसिंग बीम पर चलना, सीना पांच सेमी. तक फूलाने का विशेष अभ्यास करें। नाखून काट कर आयें। कान एवं आंखे साफ रखे। बाल छोटे रखें।

...

Posted By: Yogeshwar Sharma

छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़
 
google News
google News