Bilaspur News: बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। जिले के जर्जर सरकारी स्कूल भवनों को गिराने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने ब्लाक शिक्षा अधिकारियों से सूची मांगी है। आदेश के बाद सूची तैयारी की जा रही है। जिले में 274 सरकारी स्कूल इतने जर्जर हो गए हैं कि कभी भी गिर सकते हैं। उन्हें डिस्मेंटल करने की जरूरत है। शनिवार को दोपहर शिक्षा विभाग में एक बैठक रखी गई है। प्रशासन से अनुमति के बाद भवनों को डिस्मेंटल कर नए भवन बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।

जिले में 20 से 25 साल पहले बने सरकारी स्कूल बेहद जर्जर हो गए हैं। ऐसे भवनों में कुछ जगहों पर ताला लगा दिया गया है तो कुछ जगहों पर बच्चों की जान जोखिम में डालकर कक्षाएं लगाई जा रही हैं। इन स्कूलों को डिस्मेंटल कर नए सिरे से निर्माण की जरूरत है, लेकिन अब तक यह ठंडे बस्ते में हैं। शिक्षक जनप्रतिनिधियों से लेकर उच्च अधिकारियों को कई बार पत्र लिख चुके हैं।

प्रस्ताव भी बनाकर दे चुके हैं, लेकिन जर्जर भवनों को नए सिरे से बनाने के बजाय मरम्मत कर काम चलाया जा रहा है। 20 दिसंबर 2021 को जिला शिक्षा अधिकारी को आदेश मिला था। डीईओ कार्यालय से सभी विकासखंड अधिकारियों को पत्र लिखकर डिस्मेंटल करने लायक स्कूलों की सूची मंगाई गई थी। कोटा, मस्तूरी, तखतपुर और बिल्हा के बीईओ ने डीईओ को 274 स्कूलों को डिस्मेंटल के लिए चिन्हांकित कर एक महीने के अंदर सूची भेज दी थी।

दो साल पहले 574 स्कूलों में कराई गई थी मरम्मत

शिक्षा विभाग ने दो साल पहले 574 स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए सूची राज्य सरकार को भेजी थी। इन स्कूलों में खिड़की, दरवाजा, छत की मरम्मत करने के लिए शासन ने लाखों रुपये स्वीकृत किए थे।

Posted By: Abrak Akrosh

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