Bilaspur News: बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। हाथियों का दल बिलासपुर की सीमा के करीब पहुंच गया है। रविवार को इसकी सूचना मिलते ही वन मंडल ने तत्काल मस्तूरी में कर्मचारियों को निगरानी के लिए तैनात कर दिया। उड़नदस्ता की ड्यूटी भी लगाई है। वन अमला राहगीरों के अलावा आसपास के ग्रामीणों को सचेत कर रहा है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो जाए।
दल में 15 हाथी हैं। इनकी पहले रायगढ़ जिले में धमक हुई और उसके बाद सक्ती जिला होते हुए जांजगीर-चांपा जिले में घुस गए। चार दिन हाथी इस क्षेत्र में मौजूद है। रविवार की सुबह दल बिलासपुर वन मंडल की सीमा के करीब पहुंच गए। केवल 10 किमी दूर है। इसलिए जांजगीर-चांपा वन मंडल ने इसकी जानकारी बिलासपुर वन मंडल को दी, ताकि वह सतर्क हो जाए।
सुबह जैसे ही पता चला कि हाथियों का दल सीमा में पहुंच गया है तो वन अफसरों के हाथ-पैर फूलने लगा। दरअसल दल में कुछ हाथी आक्रामक हो गए हैं। खतरा मंडराते देख कुछ वनकर्मियों को तत्काल मौके के लिए रवाना किया गया। शाम को उनकी मदद के लिए उड़नदस्ता दल को भी भेजा गया है। वनकर्मियों को केवल निगरानी करने का आदेश है।
हाथियों के नजदीक जाने या खदेड़ने का प्रयास करने के लिए सख्त मनाही है। इससे स्थिति और बिगड़ सकती है। तैनात वनकर्मी हाथियों के पल-पल की गतिविधियों की जानकारी अफसरों को दे रहे हैं। देर रात तक हाथी झूलन पकरिया के जंगल में ही विचरण करते नजर आए। जांंजगीर-चांपा जिले के वनकर्मियों के द्वारा आसपास के ग्रामीणों को हाथियों के पहुंचने की जानकारी दे रहा है। साथ ही उन्हें समझाइश भी दी जा रही है कि हाथियों को देखने के लिए उनके नजदीक बिल्कुल भी न जाएं। इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है। यही समझाइश बिलासपुर वनमंडल के वनकर्मी भी दे रहे हैं।
समझाइश के बाद जान जोखिम में डाल रहे ग्रामीण
क्षेत्र में हाथियों की धमक की सूचना मिलने के बाद ग्रामीणों की भीड़ देखने के लिए पहुंच रही है। वन अमला उन्हें समझाने की कोशिश भी कर रहा है, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं है। जानबूझकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। जबकि अफसरों के द्वारा वनकर्मियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि किसी भी सूरत में ग्रामीणों को दल के नजदी न जाने दें। ग्रामीणों की भीड़ को संभालना वन अमले के लिए सिर दर्द बन चुका है।
इन क्षेत्रों में जाने की संभावना
हाथियों के मूमेंट पर लगातार नजर रखी जा रही है। उनकी गतिविधियां देखकर वन अफसर मान रहे हैं कि दल शायद ही बिलासपुर सीमा में घुसेगा। वह बारनवापारा या मल्हार होते हुए लवन की ओर जा सकते हैं। एक संभावना बलौदा से वापस कोरबा जाने की भी जताई जा रही है।
क्या कहता है वन विभाग
हाथियों का दल बिलासपुर वनमंडल की सीमा के नजदीक पहुंच गया है। सीमा से बामुश्किल 10 किमी ही दूर है। इसकी जानकारी मिलने के बाद वनकर्मियों को सीमा में तैनात कर दिया गया। उड़नदस्ता को भी मदद के लिए भेजा गया है।
सुनील कुमार बच्चन
एसडीओ, बिलासपुर वनमंडल
Posted By: Abrak Akrosh
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