बिलासपुर। जिला के सरकारी अस्पताल सिम्स व जिला अस्पताल से लेकर स्वास्थ्य केंद्रों में दवा सप्लाई करने वाली संस्था रेड क्रॉस सोसाइटी को अस्पताल प्रबंधन द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा है। इसके चलते सोसाइटी को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोसाइटी के संचालकों ने कलेक्टर को पत्र लिखकर भुगतान करवाने की मांग की है।

सिम्स, जिला अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग के अन्य सामुदायिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवा देने वाली रेडक्रॉस सोसायटी ने अपनी समस्या में लिखा कि सरकारी अस्पताल आठ महीने से उधार में ली है। दवाओं के पैसों का भुगतान नहीं कर रहे। इसके कारण उनको दवा देने वाली होलसेल डीलर्स ने पैसों की मांग की है। पैसे नहीं चुकाने की स्थिति में दवा सप्लाई बंद करने की चेतावनी दी है।

रेडक्रॉस सोसायटी को जेनरिक दवाओं का पैसा भुगतान करने में आनाकानी का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी यह सोसायटी पैसों के भुगतान को लेकर न सिर्फ कलेक्टर बल्कि विधायक स्तर तक चिट्ठीबाजी कर चुकी है। जिला अस्पताल, सिम्स और दूसरे संस्थानों में जेनेरिक दवाएं यहां से सप्लाई होती है। लेकिन उनके भुगतान को लेकर कभी दो महीने तो कभी चार महीने लग रहे।

लेकिन इस बार ज्यादा दिक्कत खड़ी हो गई है। सिर्फ जिला अस्पताल में रेडक्रॉस का 20 लाख रुपये रोक दिया है। उनका कहना है कि जब सरकारी पैसा आएगा, चुका दिया जाएगा। यही वजह है कि इसका भुगतान लंबित है और इसका खामियाजा आने वाले दिनों में लोगों को भुगतना पड़ सकता है।

बंद हो चुके हैं शहर के कई जनऔषधि केंद्र

बिलासपुर में सिम्स, जिला अस्पताल सहित सभी ब्लॉक में जन औषधि केंद्र खोले गए जिससे जरूरतमंदों को सस्ती दवा मुहैया कराई जा सके। लेकिन यहां तो हाल ही उल्टा हो गया। मस्तूरी, कोटा तथा तखतपुर ब्लॉक में खोले गए जन औषधि केंद्र बंद हो हो गए। स्वास्थ्य अधिकारियों की गलती के चलते फिर से ऐसे हालात पैदा होने लगे हैं, जिसके चलते आम लोगों को समस्या आ सकती है।

Posted By: Manoj Kumar Tiwari

छत्तीसगढ़
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