Bilaspur News: बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेत माफिया की दंबगई देखिए। शनिवार को सेंदरी रेत घाट जिसे खनिज विभाग ने प्रतिबंधित कर रखा है वहां बेखौफ खोदाई चल रही थी। पोकलेन के जरिए रेत की खोदाई हो रही थी और रेत ढोने के लिए मौके पर 20 से अधिक ट्रैक्टरों को चालकों ने कतार में खड़ा कर दिया था। दोपहर बाद जब सत्ताधारी दल के दिग्गज नेता मौके पर पहुंचे तब भी बिना किसी भय के रेत की खोदाई चल रही थी। घाट के ऊपर से खड़े होकर अरपा बेसिन विकास प्राधिकरण के सदस्य व पीसीसी के सचिव महेश दुबे ने खनिज विभाग के अफसरों को मोबाइल के जरिए इसकी सूचना दी। अचरज की बात यह है कि सूचना के तकरीबन एक घंटे बाद विभागीय अफसर घाट पहुंचे। तब तक माफिया के इशारे पर रेत को डंप कर वाहन चालकों ने वाहन को सुरक्षित कर लिया था।

कांग्रेस नेता महेश दुबे ने रेत माफिया और खनिज विभाग के अफसरों के बीच सांठगांठ और मिलीभगत का खुलकर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मेरे अलावा मौके पर शहर कांग्रेस के पदाधिकारी सिद्धांशु मिश्रा व महेंद्र गंगोत्री भी साथ थे। हम सभी ने अपने-अपने तरीके से खनिज विभाग के अधिकारियों को 20 बार से अधिक फोन लगाया। हम लोगों ने भी यह ठान लिया था कि जब तक खनिज विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंच जाते यहां से नहीं जाएंगे। तकरीबन एक घंटे बाद खनिज विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। जब पहुंचे तब तक रेत को किनारे लगाकर वाहन चालक वहां से रवाना हो चुके थे।

दुबे का कहना है कि इससे तो यह अंदेशा होता है कि माफिया और खनिज विभाग की मिलीभगत से ही रेत की खोदाई प्रतिबंधित घाट पर हो रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की चेतावनी का असर होते दिखाई नहीं दे रहा है। मुख्यमंत्री का विभाग है यह जानते हुए भी खनिज विभाग के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। फोन करने के डेढ़ घंटे बाद अफसरों के घाट पर पहुंचने को क्या समझा जाए। यह तो साफ हो रहा है कि अफसरों को परवाह ही नहीं है। या फिर उन्होंने खुद ही माफिया को रेत ठिकाने लगाने का मौका दिया।

प्रतिबंधित घाट पर किसके इशारे हो रही खोदाई

कांग्रेस नेता महेश दुबे ने कहा कि सेंदरी रेत घाट को खोदाई के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रतिबंधित घाट पर खुलेआम किसके इशारे पर खोदाई हो रही है। यह बात खुद ब खुद समझ में आ रहा है। माफिया की इतनी हिम्मत कि भारी वाहनों के जरिए खुलेआम बिना किसी के भय के रेत की खोदाई करे। जब हम लोग वहां पहुंचे और जानकारी ली इसके बाद भी रेत की खोदाई चल रही थी।

एनजीटी के निर्देशों का उल्लंघन

रेत की खोदाई के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने जरूरी दिशा निर्देश बनाया है। खोदाई में मशीन का उपयोग प्रतिबंधित है। जिन घाटों पर रेत उत्खनन पर बैन लगाया गया है वहां सुरक्षा की जिम्मेदारी खनिज विभाग की है। इसके बाद भी यहां खोदाई होना अचरज की बात है।

यहां वाहनों की लगी रहती है भीड़

कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि सेंदरी के ग्रामीण इस बात की लगातार शिकायत कर रहे थे। रेत घाट में सुबह से शाम और देर रात तक खोदाई चलती रहती है। प्रतिदिन 500 से अधिक ट्रैक्टर व भारी वाहनों की कतार लगी रहती है। बड़ी मात्रा में रेत की खोदाई और परिवहन यहां से किया जा रहा है।

वीरेंद्र साहू वसूलता है चक्का टैक्स

महेश दुबे ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत है कि उनको अपने खुद के काम के लिए रेत निकालने नहीं दिया जाता। गावं के ही वीरेंद्र साहू यहां पूरे दिन बैठै रहता है और चक्का टैक्स वसूलता है। बिना पैसे लिए किसी को रेत ले जाने नहीं देता।

कलेक्टर से करेंगे शिकायत

कांग्रेस नेता महेश दुबे ने कहा कि सोमवार को कलेक्टर सौरभ कुमार से मिलकर इस बात की शिकायत करेंगे। प्रतिबंधित घाट तक वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए पक्की दीवार खड़ी करने और सुरक्षा व्यवस्था की मांग करेंगे।

Posted By: Abrak Akrosh

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