बिलासपुर। Bilaspur News: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश के बीच अंतरराज्जीय बस परिवहन सेवा स्थगित कर दी गई। बुधवार से लागू इस व्यवस्था के कारण दोनों राज्यों की बसें सीमा नहीं लांघ सकी। उन्हें सीमा पर रोक दिया गया। इसके चलते सबसे ज्यादा दिक्कत यात्रियों को हुई।
छत्तीसगढ़ में हर दिन संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। मौतें भी हो रही हंै। कुछ जिले में संपूर्ण लाकडाउन लगा दिया गया है। वहीं बिलासपुर में दुकान खोलने का समय भी सुबह छह से नौ बजे के बजाय शाम बजे तक कर दिया गया है। यह सारे उपाय संक्रमण से बचाव के हैं। इसे देखते हुए मध्य प्रदेश परिवहन विभाग ने बस परिवहन सेवा स्थगित कर दी है।
आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होने के कारण यात्रियों के साथ-साथ बस संचालकों को भी परेशानी हुई। बिलासपुर से डिंडौरी के लिए दो बसें चलती हैं। वहीं पेंड्रा से करीब 20 बसों का परिचालन मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों के लिए होता है। गौरेला से भी बसें चलती हंै।
इसी तरह रायपुर से छूटकर बिलासपुर होते हुए भी लगभग 20 बसों का परिचालन होता है। यहां से बिलासपुर के अलावा आगे से भी यात्री सवार होते हैं। इनमें कुछ बसें इलाहाबाद की है। जिन्हें दूसरे मार्ग लेकर जाने की जानकारी है। बताया जा रहा है कि कुछ बसें रवाना भी हो गई थीं, लेकिन उन्हें सीमा पर ही रोक दी गई।
इससे यात्री परेशान हुए और वैकल्पिक व्यवस्था के लिए इधर-उधर भटकते रहे। ऐसी भी स्थिति बनी, जहां बस स्टैंड में यात्रियों को बैठकर बस रवाना करने की तैयारी थी, लेकिन उन्हें स्टैंड में ही रोक दिया गया। अचानक रद होने से यात्रियों की नाराजगी का भी सामना चालक व कंडक्टरों को करना पड़ा।
15 अप्रैल तक रहेगा स्थगित
अंतरराज्जीय बस परिवहन सेवा 15 अप्रैल तक के लिए स्थगित की गई है। माना जा रहा है कि यदि स्थिति नियंत्रित नहीं होती और इसी तरह कोरोना का संक्रमण बढ़ता रहेगा तो अवधि बढ़ भी सकती है।
राज्य में चलने वाली बसों में कम हुए यात्री
बिलासपुर निजी बस मालिक संघ के प्रवक्ता एसएल दुबे ने बताया कि कोरोना का संक्रमण बढ़ने का असर एक बार राज्य में चलने वाली बसों पर दिखने लगी है। बिलासपुर से अलग-अलग जिले के लिए 400 बसें चलती हंै।
कोरोना के चलते अभी केवल 250 बसें ही चल रही थीं। स्थिति थोड़ी सामान्य हुई थी और यात्री भी मिलने लगे थे। दोबारा कोरोना बढ़ने से यात्री बस में सफर करने से परहेज कर रहे हैं। यही स्थिति रही तो बसों का परिचालन दोबारा बंद करना पड़ सकता है।
Posted By: Yogeshwar Sharma
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