बिलासपुर। Bilaspur News: राष्ट्रीय जू दिवस पर गुरुवार को कानन पेंडारी चिड़ियाघर में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान अलग-अलग वन्य प्राणियों केज में बेहतर काम करने छह कर्मचारियों को विशेष पुरस्कार से नवाजा गया। वहीं 69 अन्य जूकीपर्स को प्रोत्साहन स्वरूप पानी बाटल दी गई। इसके साथ पौधारोपण भी किया गया।
यह पहली बार है जब कानन पेंडारी में इस विशेष दिन पर इस तरह का आयोजन हुआ है। इस दौरान वन्यप्राणी सीसीएफ अनिल सोनी और डीएफओ कुमार निशांत उपस्थित थे। चूंकि अभी कोरोना का खतरा है। इसलिए जू पर्यटकों के लिए बंद है। केवल कर्मचारी ड्यूटी पर आते हैं। कार्यक्रम को देखते हुए गेट क्रमांक दो पर सभी कर्मचारियों को सैनिटाइजर व मास्क बांटे गए।
इस दौरान सरोज साहू, कलेश साहू, लव सिंह उइके, मुकेश यादव, मोहर बाई व गीता भार्गव को पुरस्कृत किया गया। यह पुरस्कार वन्य प्राणियों की बेहतर देखभाल, केज की सफाई और आहार देने की व्यवस्था के लिए दिया गया। इसके बाद सीसीएफ अनिल सोनी ने चिड़ियाघर प्रबंधन के महत्व को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि जूकीपर्स व जू के कर्मचारियों का वन्य प्राणियों के प्रति लगाव आवश्यक है।
चिड़ियाघर में आने वाले पर्यटकों को वन्य प्राणियों के बारे में विस्तृत जानकारी होनी चाहिए। डीएफओ कुमार निशांत ने कहा कि चिड़ियाघर में प्रतिदिन किए जाने वाले कार्यों के महत्व को बताने के लिए राष्ट्रीय चिड़ियाघर दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर उन्होंने सभी कर्मचारियों को बैंक खाता खोलने के लिए भी प्रेरित किया।
इस मौके पर जूकीपरों ने भी वन्य प्राणियों के व्यवहार व खानपान के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के अपना अनुभव साझा किया। गोराल, हिरण व चिंकारा केज के मध्य ग्रीन जू के अंतर्गत पौधारोपण भी किए गए। अतिथियों का आभार जू अधीक्षक संजय लूथर ने व्यक्त किया।
Posted By: Yogeshwar Sharma
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