बिलासपुर। जिंदगी चूनो तंबाकू नहीं की सीख देते हुए तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान के क्रियान्वयन के लिए स्कूल स्तरीय जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले के कई स्कूलों में विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस अवसर पर स्कूली छात्र-छात्राओं को तंबाकू या तंबाकू उत्पादों के उपयोग से होने वाले दुष्प्रभावों व बीमारियों के बारे में विस्तार से बताया गया। वहीं दूसरी ओर शैक्षणिक संस्थानों एवं उसके आसपास इन उत्पादों की खरीद-बिक्री के प्रतिबंधित होने और इसके लिए बनाए गए प्रावधानों के बारे में जानकारी भी दी गई।

गुरुवार को शहर के छह शासकीय स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर चिकित्सा विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं को भारत सरकार द्वारा जारी तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान के क्रियान्वयन के लिए विशेष जानकारी भी दी गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. अनिल श्रीवास्तव के निर्देशानुसार आयोजित कार्यक्रम के संबंध में जिला नोडल अधिकारी राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम डा. बीके वैष्णव ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की जिला इकाई को 110 स्कूलों का लक्ष्य प्रदान किया गया है, जिसके तहत स्कूल जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

साथ ही साथ तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थानों का क्रियान्वयन भी सुनिश्चित किया जा रहा है। इससे पहले जिला प्रशासन के सहयोग से 76 स्कूलों को तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान का प्रमाण पत्र प्रदान दिया जा चुका है। इस साल का लक्ष्य जिले के समस्त शैक्षणिक संस्थानों को तंबाकू मुक्त किया जाना है।

तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान का क्रियान्वयन जिले के समस्त शैक्षणिक संस्थानों में किया जाना है चाहे वह स्कूल शिक्षा से जुड़े हो या उधा शिक्षा से, जिसके लिए जिले के विश्वविद्यालय महाविद्यालय व शिक्षा विभाग से समन्वय कर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन सोशल वर्कर सुनील श्रीवास एवं द यूनियन के तकनीकी सहयोग से किया गया।

Posted By: Manoj Kumar Tiwari

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