बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात का अब जिले में असर दिखाई देने लगा है। मिलेट्स की खेती को लेकर बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि विज्ञानियों की टीम आगे आई है। कृषि विज्ञानियों ने मिलेट्स उत्पाद से होने वाले फायदे बताकर किसानों को मोटे अनाज की खेती के लिए प्रेरित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र में प्रशिक्षण का दौर भी शुरू हो गया है।
प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात और केंद्रीय बजट में मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देने और उत्पादों को समुचित बाजार उपलब्ध कराने की घोषणा का असर दिखाई देने लगा है। मिलेट्स प्रसंस्करण के संबंध में कृषि विज्ञान केंद्र बिलासपुर में कृषक उत्पादक समूह, इंटरप्रेंयोर तथा कृषि विभाग के मैदानी अमलों को प्रशिक्षित करने का काम शुरू किया गया है।
प्रशिक्षण में कृषि वैज्ञानियों के द्वारा जिले में इस वर्ष रागी फसल प्रदर्शन आयोजन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही मिलेट्स में प्राप्त पोषक तत्व, मिलेट्स खाने से कई बीमारियों में लाभ, विपणन के संबंध में बताया गया। मिलेट्स फसल कोदो, कुटकी, रागी के उन्न्त कृषि तकनीकी से भी अवगत कराया गया।
मिलेट्स की उन्न्त कृषि तकनीक से फसल उत्पादन करने के लिए कृषकों को प्रेरित करने को कहा गया। यहां यह बताना लाजिमी है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघ्ोल ने मोटे अनाज को बढ़ावा देने अभियान चलाने का निर्देश दिया है। राज्य शासन ने मिलेट्स की खेती करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए समर्थन मूल्य पर खरीदी भी शुरू कर दी है।
ये कर रहे प्रशिक्षित
वरिष्ठ विज्ञानी एवं कृषि विज्ञान केंद्र के एसपी सिंह, कृषि विज्ञानी शिल्पा कौशिक, जयंत साहू व डा. निवेदिता पाठक, संयुक्त संचालक कृषि एमके चौहान, उप संचालक कृषि पीडी हथेश्वर, सहायक संचालक कृषि आशुतोष श्रीवास्तव एवं सहायक संचालक कृषि अनिल कौशिक के द्वारा किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
ये पाए जाते हैं पोषक तत्व
मिलेट्स में प्रोटीन, डायट्री, फाइबर, विटामिन बी, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक, पोटेशियम, कापर और सेलेनियम पाए जाते हैं। मोटे अनाज एंटीआक्सीडेंट, फ्लेवोनाइड्स, एंथोसायनिन, सैपोनिन और लिग्नास गुणों के लिए भी जाने जाते हैं।
Posted By: Manoj Kumar Tiwari
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