बिलासपुर। केंद्रीय विद्यालय में बुधवार को युवा संसद का आयोजन किया गया। विद्यालय में एक स्थान को संसद भवन का स्वरूप दिया गया था। इसमें पक्ष और विपक्ष के माध्यम से बच्चों ने शानदार तरीके से अपनी प्रस्तुति दी। संसद भवन में विपक्ष ने महाराष्ट्र की सियासत में मची उथल-पुथल को लेकर मुद्दा उठाया। सांसदों ने कहा कि अल्पमत में आने के बाद शिवसेना सरकार पर संकट गहरा सकता है।
केंद्रीय विद्यालय बिलासपुर में केंद्रीय विद्यालय संगठन के निर्देश पर बुधवार को आजादी के अमृत महोत्सव विषय के अंतर्गत युवा संसद की विशेष सत्र आयोजित की गई। इसमें 55 विद्यार्थियों ने सांसद की भूमिका निभाई। इस प्रस्तुति के दौरान संसदीय कार्यप्रणाली को पक्ष और विपक्ष के माध्यम से बच्चों ने गरिमामयी प्रस्तुति दी। युवा सांसदों द्वारा प्रतिमान वाद-विवाद संबंधी उल्लेख किए गए। वहीं चयनित नए मंत्रियों द्वारा शपथ ग्रहण किया गया। युवा संसद में उस वक्त माहौल बन गया जब एक बच्चे ने सांसद के रूप में महाराष्ट्र के सियासी मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। फ्लोर टेस्ट का अर्थ समझाने के साथ बहुमत के आंकड़ों को स्पष्ट किया। असम में आई बाढ़ पर केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे उपाय को लेकर चर्चा हुई। महिला सुरक्षा से लेकर देश में इंटरनेट मीडिया के माध्यम से बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाने पर चर्चा हुई।
विदेशी प्रतिनिधि मंडलों का स्वागत
युवा संसद कार्यक्रम के दौरान प्रश्नोत्तर काल, राज्यसभा के संदेश के साथ ही विदेशी प्रतिनिधि मंडलों का स्वागत व ध्यानाकर्षण कराया गया। शिक्षक शैलजा श्रीवास्तव, अर्चना, प्रियंका, किरण राठौर और राधेश्याम सिंह ने मार्गदर्शन किया। प्राचार्य धीरेंद्र कुमार झा ने कहा कि युवा संसद कार्यक्रम सफलता पूर्वक संपन्न् हुआ है। बच्चों ने तात्कालिक मुद्दों को शानदार तरीके से उठाया। बच्चों में बोलने की क्षमता और उनके लीडरशिप विकसित करने प्रतिवर्ष इसका आयोजन किया जाता है।
Posted By: Yogeshwar Sharma
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