बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के स्टेशनों में डिस्प्ले बोर्ड में ट्रेनों की सही जानकारी नहीं दी जा रही है। लेटलतीफी को छुपाया जा रहा है। ऐसा आए दिन देखने को मिलता है। प्लेटफार्म पर लगे इंडिकेशन और सिंगल लाइन डिस्प्ले बोर्ड समय के मामले में यात्रियों को भ्रमित करते हैं। समय को लेकर रेलवे की लापरवाही का यह सिलसिला लंबे समय से जारी है।

दुर्ग-निजामुद्दीन संपर्कक्रांति एक्सप्रेस में स्वजन को छोड़ने के लिए गए पहुंचे एक जागरूक नागरिक ने इसका ताजा उदाहरण पेश किया। उन्होंने बताया कि मोबाइल एप में काफी दिनों से गाड़ी का लोकेशन दाधापारा दिखा रहा था।

गाड़ी को प्लेटफार्म में पहुंचने पर मुश्किल से पांच से 10 मिनट का समय लगना चाहिए। लेकिन रेलवे प्लेटफार्म एक पर पहुंचते-पहुंचते ट्रेन को लगभग आधा घंटा लग गया। सिंगल लाइन डिस्प्ले बोर्ड पर छत्तीसगढ़ संपर्कक्रांति एक्सप्रेस का समय 2:45 बजे बता रहा था, जबकि वास्तव में यह ट्रेन 3:20 पर प्लेटफार्म पर आकर खड़ी हुई। इस तरह से हकीकत में यह ट्रेन 35 मिनट लेट बिलासपुर पहुंची।

कायदे से रेलवे को दोनों बोर्ड की टाइमिंग को अपडेट करना चाहिए। लेकिन, ऐसा नहीं हो रहा है। यही नहीं जो ट्रेन जा चुकी होती है उसकी जानकारी भी सिंगल लाइन डिसप्ले बोर्ड पर प्रदर्शित करनी है। राजधानी एक्सप्रेस के छूटने के बाद भी इसकी जानकारी छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के आने के समय डिस्प्ले हो रहा था। ऐसी ही अनियमितता उसलापुर रेलवे प्लेटफार्म पर भी देखने को मिलती है, जहां पर से रायपुर से निजामुद्दीन की ओर जाने वाली ट्रेनों को चलाया जाना है।

ऐसा कोई दिन नहीं जब यात्रियों को इस तरह की परेशानी से न जूझना पड़ता हो। लेकिन, रेल प्रशासन के द्वारा इस अव्यवस्था को सुधारने का बिल्कुल भी प्रयास नहीं किया जाता। इसके चलते यात्री परेशान है। और रेल प्रशासन से नाराज भी हैं। यात्रियों का यह भी कहना है कि कोरोनाकाल के बाद से जब ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ है। उसके बाद से ज्यादा विलंब व तकनीकी दिक्कतें ज्यादा आ रही हंै।

Posted By: Manoj Kumar Tiwari

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