बिलासपुर। रेलवे स्टेशन में निर्माणाधीन फुट ओवरब्रिज का काम अटक गया है। केवल एक हिस्से में गर्डर चढ़ाने का काम बाकी है। इसके बाद पूरा ब्रिज दोनों तरफ से जुड़ गया है। पर पांच महीने से रेलवे यह काम नहीं करा रही है। जबकि इस सुविधा को स्टेशन के दोनों तरफ रहने वाले लोगों को बेसब्री से इंतजार है।

गजरा चौक से आरएमएस तक निर्माणाधीन यह ब्रिज यात्रियों के लिए नहीं, बल्कि आम लोगों के लिए है। यह ब्रिज भी स्टेशनों के दोनों तरफ के हिस्से को जोड़ेगा और पैदल चलने वाले आसानी से आवाजाही कर सकते हैं। यह महत्वपूर्ण सुविधा है और जब इसका निर्माण प्रारंभ हुआ था, लोगों में उत्साह था और यही सोच रहे थे अब अंडरब्रिज या चुचुहियापारा ओवरब्रिज से घूमकर नहीं जाना पड़ेगा।

रेलवे ने काम में गंभीरता से कराई। सबसे कठिन काम रेल लाइन के ऊपरी हिस्से को जोड़ना है। यह काम बिना ब्लाक लिए संभव नहीं है। इसलिए जब- जब गर्डर लाचिंग का काम होना था, उस दिन ट्रेनों का परिचालन रोका गया। चूंकि समय रात 12 बजे के बाद का रहता था, इसलिए ज्यादा ट्रेनें प्रभावित नहीं होती थी। धीरे- धीरे कर दोनों हिस्से से यह ब्रिज जुड़ गया है। केवल एक हिस्से की वजह से काम अटक गया है।

दरअसल प्लेटफार्म एक व दो-तीन के ऊपर हिस्से में गर्डर चढ़ाना है। पर यह काम बिना ब्लाक के कतई संभव नहीं है। ऐसा नहीं है कि ब्लाक को लेकर दिक्कत है। दरअसल माललदान के कारण आपरेटिंग विभाग इंजीनियरिंग विभाग को ब्लाक नहीं दे रहा है। इंजीनियरिंग विभाग की तैयारी पूरी है। जिस दिन ब्लाक मिला।

उस दिन तीन से चार घंटे का ब्लाक लेकर गर्डर लाचिंग कर दी जाएगी। पर अब तक इसे लेकर कोई तैयारी नहीं है। अधूरा ब्रिज की वजह से रेलवे स्टेशन की सुंदरता भी प्रभावित हो रही है। अचानक देखने से अधूरा ब्रिज ऐसा लग रहा है मानों हाल ही में यह टूटकर गिर गया हो।

Posted By: Yogeshwar Sharma

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