बिलासपुर। की नारी शक्ति की टोली द्वारा नई पीढ़ी के बच्चों से लेकर युवक-युवतियों को भारतीय सनातन हिंदू संस्कृति से जोड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है, ताकि बच्चे व युवा अपने संस्कृति के महत्व व उपयोगिता के बारे में समझें।
टीम के सदस्य शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जोर-शोर से जागरूकता कार्यक्रम चल रहे हैं। स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों को भारतीय परंपरा के बारे में बताते हैं, ताकि उनके मन में हिंदू धर्म के प्रति सम्मान व समर्पण का भाव उत्पन्न हो।
वर्तमान समय में अलग-अलग राज्य व इलाकों में धर्म की आड़ में युवक-युवतियों को बरगलाया जा रहा है। इससे युवा दिशाहीन हो रहे हैं। अपने धर्म को समझ पाने में असमर्थ हैं। ऐसे में नारी शक्ति टीम के उच्च शिक्षित युवक-युवतियां भारतीयता व सनातन परंपरा को अपने जीवन में उतार रहे हैं। साथ ही दूसरे बच्चे व युवाओं को भी जागरूक कर रहे हैं।
आदर्श व शांति के मार्ग पर ला रही है। नारी शक्ति के यह कार्य नई समाज के लिए आदर्श साबित हो रहा है। लोग अपनी परंपरा व संस्कृति से जुड़ रहे हैं। टीम के सदस्य प्रतिदिन अपने-अपने क्षेत्रों में शिक्षण संस्थान से लेकर सामाजिक संगठन, वार्ड से लेकर गली-मोहल्लों व स्लम एरिया में जाकर भारतीय हिंदू सनातन संस्कृति का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। बच्चों व युवाओं को बारीकी से समझा रहे हैं।
हर घर में धर्म संस्कृति की शिक्षा दी जाए
धनंजय गिरि गोस्वामी ने बताया कि आज के समय में समूचा विश्व हिंदुत्व व हिन्दू संस्क्रति की ओर झुक रहा है। हिंदुस्तान को फिर से विश्व गुरु मानने को तैयार है तो ऐसे में हमारे देश की जनता को अपने धर्म व संस्कृति के प्रति सजग व जागरूक रहना चाहिए।
हिंदू धर्म की पवित्रता को देखते हुए जो हिन्दू नहीं वो भी हिन्दू धर्म के रीति रिवाज को मानकर हिंदुत्व की ओर झुक रहे हैं। फिर तो हम पैदा ही हिंदुस्तान में हुए जहां हर घर में धर्म संस्कृति की शिक्षा दी जाती है। भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जब तक लोग अपने धर्म के बारे में बारीकी से नहीं समझेंगे तब तक वे खुद को भी नहीं समझ पाएंगे।
धर्म संस्कार के बारे में जानना जरूरी है- नितिशा
वेयर हाउस रोड के रहने वाली नितिशा पमनानी ने बताया कि नारी शक्ति टीम लगातार आठ वर्षो से जुड़कर समाज सेवा व नारी हित के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार सिंधी समाज के बच्चों को जन्म से ही अपने समाज के बारे में बताया जाता है। उन्हें सिंधी समाज व सिंधी भाषा के बारे में जानकारी देते हैं। उसी प्रकार सभी समाज को अपने बच्चों को जन्म से ही अधिक से अधिक जानकारी दी जानी चाहिए। इससे युवावस्था तक आते-आते उन्हें अपने धर्म संस्कार के बारे में जानकारी हो जाए।
ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को कर रहे हैं जागरूक
खोंगसरा के रहने वाली लता यादव ने बताया कि नारी शक्ति टीम से जुड़कर लगातार छह वर्षो से कार्य कर रही है। वे ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों व युवाओं के पास जाकर शिक्षा व अपने धर्म की बातें बताते हैं। प्रत्येक ग्रामीण बच्चे को शिक्षा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जब तक बच्चे अपनी संस्कृति व धर्म को नहीं समझेंगे तब तक उनका जीवन आदर्श नहीं हो सकता है।
Posted By: Manoj Kumar Tiwari