
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। बंगला गैस एजेंसी से सिलिंडर निकालकर कर्मचारी गैस की चोरी कर रहे हैं। इसका पर्दाफाश खुद गैस एजेंसी के कर्मचारियों ने कैमरे के सामने पकड़े जाने के बाद की है। इसकी शिकायत खाद्य विभाग के अधिकारियों से की गई है। इसके बाद भी विभाग की ओर से कार्रवाई नहीं की गई है।
करबला स्थित बंगला गैस एजेंसी के कर्मचारी आटो में ग्राहकों के लिए गैस लेकर निकलते हैं। आटो लेकर सीधे सरकंडा क्षेत्र के उर्जा पार्क स्थित एक ठिकाने पर पहुंचते हैं। यहां पर उनके साथी पंप और अन्य सामान के साथ मौजूद रहते हैं। यहीं पर हर सिलिंडर से दो किलो गैस निकालकर खाली सिलिंडर में भर लिया जाता है।
इसके बाद कम वजन के सिलिंडर को ग्राहकों के घर पर पहुंचा दिया जाता है। सिलिंडर देने से पहले ही ग्राहक के सामने अपने तौल मशीन में तौल की जाती है। इसे पहले से ही सेट रखा जाता है। इसके कारण ग्राहकों को वजन का पता नहीं चल पाता है। दूसरे मशीन में तौल करने पर ही इसकी जानकारी हो पाती है। यह पूरा मामला कैमरे में कैद है।
बताया जाता है कि गैस एजेंसी के संचालक, कर्मचारियों और आटो वालों की सांठगांठ से पूरा गिरोह चलाया जा रहा है। यह गिरोह गैस चोरी के लिए रोज ठिकाना बदल देता है। गिरोह सरकंडा के अशोक नगर, राजकिशोर के उर्जा पार्क के पीछे सक्रिय हैं। यहां पर रोज 15 से 17 आटो में भरकर गैस सिलिंडर लाया जाता है। एक ही जगह पर गैस चोरी करने पर पकड़े जाने के डर से गिरोह के लोग रोज ठिकाना बदल देते हैं।
इसकी शिकायत कलेक्टोटरेट और खाद्य विभाग में भी की गई है। शिकायत मिलने के बाद अधिकारियों ने संबंधित गैस कंपनी के अधिकारियों के साथ मिलकर कार्रवाई की बात कही है। अधिकारियों का दावा है कि गैस सिंलिंडर सीलबंद है। ऐसे में गैस कंपनी के अधिकारियों के साथ मिलकर कार्रवाई की जाएगी।
बताया जाता है कि गैस कंपनी के सील को तोड़कर गिरोह के लोग गैस की चोरी करते हैं। इसके बाद फर्जी सील लगाकर सिलिंडर को पैक किया जाता है। साथ ही गैस देते वक्त तौल भी किया जाता है। इससे ग्राहकों को गैस कम होने की कोई आशंका नहीं रहती। पूरा गिरोह रोज 100 से 150 सिलिंडर गैस चोरी कर खुले बाजार में खपा रहा है।