Bilaspur News: बिलासपुर। रिसर्च सोसाइटी द स्टडी आफ डायबिटीज इन इंडिया का पाचंवा तीन दिवसीय वार्षिक सम्मेलन होटल कोर्टयार्ड मैरियट में आयोजित हुआ है। इसमे शहर के वरिष्ठ मधुमेह रोग विशषेज्ञ डा. प्रवीण कालविट आयोजन समिति के अध्यक्ष के रूप में शामिल हुए है। उन्होंने इस सम्मेलन को प्रदेश के लिए बहुत ही लाभदायक बताया, उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में प्रदेशभर के 350 से ज्यादा एमडी डाक्टरों ने शिरकत किया है। वही अब इसके लाभ के रूप में मधुमेह की बीमारी का इलाज नए उपचार पद्धति से संभव हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में भारत भर के विभिन्न् मधुमेह विशेषज्ञों द्वारा टाइप वान या जुवेवारल डायबिटीज के विषय में संक्षिप्त से प्रकाश डाला गया है। टाइप वन डायबिटीज के बच्चों व अभिभावकों से शुगर नियंत्रण, लाइफ स्टाइल, शारीरिक विकास व जुवेनारल डाइबिटीज पर विस्तार से प्रकाश डाला है। इस कार्यक्रम में डा. प्रवीण कालविट ने 80 से ज्यादा बच्चों को निश्शुल्क ग्लूकोमीटर, इंसुलिन पेन, डायबिटीज मार्गदर्शिका पुस्तिका का भी वितरण किया। डा. कालविट ने इस दौरान बताया कि बिलासपुर डायबिटीज सोसायटी में रजिस्टर्ड बच्चों व अभिभावकों के मध्य अब एक वाटस एप ग्रुप बनाया जाएगा। इस ग्रुप में मधुमेह रोग विशेषज्ञ डाक्टर भी रहेंगे। जो बच्चों में समय-समय पर होने वाली सामान्य समस्याओं पर मार्गदर्शन देंगे, जिससे बच्चों का उचित मार्गदर्शन के साथ ही इलाज भी संभव हो सकेगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि भविष्य में इन टाइप वन बच्चों के निश्शुल्क उपचार की भी व्यवस्था की जाएगी। साथ ही वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। जिससे अभिभावकों को भी इस बीमारी से लड़ने के लिए मार्गदर्शन मिलेगा। डा. कालविट ने यह भी बताया कि ऐसे टाइप वन डायबिटीज बच्चे जिनका उन्होंने उपचार किया है, वे आज पूरी तरह से स्वस्थ्य है और विभिन्न् उच्च पदों पर स्थापित होकर नए बच्चों को मार्गदर्शन करने का भी काम कर रहे है।
Posted By: Yogeshwar Sharma
- Font Size
- Close