Publish Date: | Thu, 09 Feb 2023 05:10 PM (IST)
बिलासपुर। हेल्पएज इंडिया ने वरिष्ठ नागरिकों को डिजिटल रूप से सुरक्षित करने के उद्देश्य से गुगल आर्ग से अनुदान सहायता के साथ अपने राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम, प्रोजेक्ट सुरक्षित की शुरुआत की। ताकि वे आनलाइन धोखाधड़ी और घोटालों से खुद को बचा सकें। 7 फरवरी को सुरक्षित इंटरनेट दिवस मनाते हुए, हेल्पएज इंडिया ने 1000 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को एक साथ प्रशिक्षित करने के लिए 16 राज्यों में डिजिटल सुरक्षा कार्यशालाओं की एक श्रृंखला शुरू की। छत्तीसगढ़ में इस दिन को चिह्नित करने के लिए मुंगेली जिले में दो कार्यशालाएं कलेक्टोरेट स्थित आगर संगोष्ठी कक्ष में आयोजित की गईं। कार्यशाला में वरिष्ठ नागरिक संघ के सदस्यों ने भाग लिया। देश में अपनी तरह का पहला आयोजन था। कार्यशालाओं ने वरिष्ठ नागरिकों को डिजिटल सुरक्षा पर आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया। उन्हें इंटरनेट को सुरक्षित और सुरक्षित रूप से नेविगेट करने और आनलाइन डिजिटल सुविधाओं का लाभ लेने के लिए महत्वपूर्ण कौशल से लैस किया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि कलेक्टर राहुल देव ने कहा कि आनलाइन फ्राड एवं उससे बचाव के लिए डिजिटल साक्षरता जरूरी है। डिजिटल फ्राड से बचाव के आयोजित यह कार्यशाला सभी वरिष्ठ नागरिकों के लिए कारगर साबित होगी। उन्होंने कहा कि आज के समय में साइबर क्राइम की घटना न्यूज चैनलों, पेपर सहित विभिन्ना माध्यमों से देखने को मिलता है। इसका सबसे मुख्य कारण डिजिटल साक्षरता में कमी है। उन्होंने कहा कि डिजिटल साक्षरता के माध्यम से इन घटनाओं पर काफी कुछ अंकुश लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में डिजिटल तकनीकों का प्रयोग कैसे किया जाए यह जानना अति आवश्यक है। कलेक्टर ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए शासन द्वारा कई कानून बनाई गई है, कई योजनाएं संचालित की जा रही है। इसका लाभ उठाने के लिए भी डिजिटल साक्षर होना जरूरी है। डिजिटल साक्षर होने से जीवन सुगम और सरल हो सकता है। उन्होंने एचआई के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा आनलाइन भुगतान, दैनिक सामान आर्डर करने, बैंकिंग और खरीदारी जैसी डिजिटल सेवाओं की तीव्र प्रगति के साथ, बुजुर्ग आबादी के लिए उपयोगिता बढ़ गई है। डिजिटल तकनीक को देर से अपनाने वाले, बुजुर्गों को आनलाइन जालसाजों के लिए आसान लक्ष्य माना जाता है। हालांकि इन कमजोर नागरिकों को आसान टिप्स और ट्रिक्स के साथ सशक्त बनाना समय की मांग है, जिसे वे धोखेबाजों से अपनी मेहनत की कमाई और अन्य जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए अपना सकते हैं। इसलिए ऐसी प्रशिक्षण कार्यशालाएं एक बड़ी मदद हैं। हेल्पएज इंडिया छत्तीसगढ़ के राज्य प्रमुख शुभंकर विश्वास ने कहा हेल्पएज का उद्देश्य इस कमजोर समुदाय के बीच अधिक जागरूकता पैदा करना है ताकि बुजुर्गों को सामान्य आनलाइन घोटालों की पहचान करने और उन्हें संबोधित करने के लिए सूचित और तैयार किया जा सके। आधुनिक समय हमें डिजिटल होने के लिए प्रेरित करता है।
Posted By: Yogeshwar Sharma