बिलासपुर। ग्राम पंचायत गतौरी में मैसर्स कोलमेन लॉजस्टिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पर्यावरणीय हेतु जन सुनवाई शुक्रवार को रखी गई थी। भारी विरोध के कारण जनसुनवाई को स्थगित कर दिया गया है। जिला पंचायत सदस्य व ग्रामीणों ने केंद्र सरकार के पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निर्धारित नियमों का पालन नहीं करने का मुद्दा उठाया।

गतौरी स्कूल प्रांगण में आयोजित जन सुनवाई का ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। ग्रामवासियों व आसपास के प्रभावित पंचायतों के सरपंचों को सुबह 10 बजे से ही जन सुनवाई में पहुंच गए थे। ग्रामीणों ने तकरीबन एक घंटे तक जमकर हंगामा मचाया। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए आला अधिकारियों ने जनसुनवाई निरस्त कर दिया है। जनसुनवाई के लिए शासकीय नवीन प्राथमिक स्कूल मैदान ग्राम पंचायत गतौरी का चयन किया गया था,जहां सुबह 8:30 बजे ही जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी पुलिस बल के साथ मौजूद थे। सुबह 10 बजे जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा,जिला पंचायत सदस्य गोदावरी बाई कमलसेन,समाजसेवी दिलीप अग्रवाल,पूर्वसरपंच अनिल यादव,सेमरताल सरपंच राजेंद्र साहू,गतौरी सरपंच अश्वनी सोनवानी,बजरंग सिंह ठाकुर,धर्मेंद्र शास्त्री, विकास कौशिक के साथ ग्रामवासी जनसुनवाई स्थल पर जमीन बैठ गए और जमकर कोलवासरी प्रबंधन के खिलाफ नारे लगाने लगे और जन सुनवाई स्थगित करने की मांग करने लगे। इसके कुछ समय बाद ही राजेंद्र साहू,दिलीप पाटिल,सेंदरी सरपंच अक्तिराम भारद्वाज,रोहित कौशिक,जलसो सरपंच सुरेंद्र साहू,आशिक जावेद,इसराफिल खान,सचिन धीवर,सत्यशिव तिवारी,परमेश्वर लोनिया,पप्पू दूबे,रितेश शर्मा, विरेंद साहू,महेंद्र सिंह ध्रुव,कन्हैया सिंह,प्रकाश वर्मा,विदेशी निर्मलकर,दुजराम कोशरिया,किशन पटेल ने भी जनसुनवाई स्थल पर पहुंचे और उन्होंने भी जमीन में बैठकर कोल वाशरी बंद करो के नारे लगाने शुरू कर दिए करीब एक घंटे तक ग्रामीण नारेबाजी करते रहे। विरोध की बन रही स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त कलेक्टर ने जनसुनवाई निरस्त करने का निर्णय लिया।

स्कूल के सामने कोलवाशरी का कैसे होगा संचालन

जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है की शासकीय प्राथमिक और मिडिल स्कूल के सामने ही कोलवाशरी स्थापित की जा रही है और इसकी जनसुनवाई भी उसी स्कूल में की जा रही हैं। शायद पर्यावरण विभाग अपनी आंखे बंद कर चुका हैं। ग्रामीणों के साथ ही नौनिहालों के भविष्य को देखते हुए कोलवाशरी को भविष्य में भी कभी भी यहां नहीं खुलने दिया जाएगा।

Posted By: Yogeshwar Sharma

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