बिलासपुर। पांच हाथियों का दल अब भी मरवाही वन मंडल के दनीकुंडी स्थित नाका बीट में विचरण कर रहे हैं। बुधवार को एक मकान को क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं चार खेतो। की फसल को रौंदकर बर्बाद कर दिया। इसी वजह से ग्रामीण दहशत में हैं। वहीं अमला ग्रामीणों को लगातार समझाइश दी रहा है। इसके अलावा एक टीम पूरे समय हाथियों की सतत निगरानी में जुटा हुआ है।
हाथियों का यह दल करीब चार महीने इस क्षेत्र में हैं। हाथी प्रभावित क्षेत्र नहीं होने के कारण वन विभाग सकते में हैं। वह अफसर यहीं सोच रहे हैं कि किसी तरह नुकसान न पहुंचा दें। हाथी लगातार फसल व मकान को क्षतिग्रस्त कर रहे हैं। पहले भी इन हाथियों ने ग्रामीणों के फसल को रौंद दिया था।
विभाग का कहना है कि फसल के नुकसान की भरपाई तो हो जाएगी। लेकिन, किसी ग्रामीण को क्षति पहुंचाते है तो उसकी भरपाई नहों हो सकती । इसलिए वह कर्मचारी लगातार निगरानी के अलावा ग्रामीणों से अपील कर रहे है कि शाम होने के बाद घर से बाहर न निकले।
अफसरों के निर्देश पर वन अमला हाथियों की पल - पल की जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं। वर्तमान में हाथियों का लोकेशन कक्ष क्रमांक 2005 में एसआईपी रोपण 33 हेक्टेयर में हैं। ग्रामीणों को जंगल न जाने और हाथियो से दूरी बनाए रखने की समझाइश दी जा रही हैं। ताकि किसी तरह जनहानि न हो जाए। वह अफसरों का मानना है कि हाथियों को यहां पर्याप्त आहार और प्यास बुझाने के लिए पानी मिल रहा है।
यहीं वजह है कि यह अपने स्थाई रहवास पर न जाकर यहां डेरा डाले हुए है। पहले तो लग रहा रहा था कि कुछ दिनों बाद वापस हो जाएंगे। लेकिन, अब जो स्थिति है उससे अफसर यह समझ नहीं पा रहे हैं कि हाथी इस क्षेत्र से कब जाएंगे।
Posted By: Manoj Kumar Tiwari
- # Elephant attack
- # Chhattisgarh forest department
- # Elephant attack in Marwahi
- # Chhattisgarh news
- # Elephant news CG
- # Bilaspur news