Bilaspur News: बिलासपुर। एनटीपीसी सीपत क्षेत्र के ग्राम गुड़ी में चार दिवसीय नौ कुंडीय नव चेतना जागरण गायत्री महायज्ञ मांगलिक कलश यात्रा ये साथ बुधवार को प्रारंभ हो गया।

महायज्ञ को सपंन्न करवाने के लिए कोरबा और हरिद्वार से पंडित पहुंचे हैं। बुधवार को महिलाएं युवतियां व बच्ची कलश तैयार कर कार्यक्रम स्थल पहुंचीं। इसके बाद बाजा गाजा के साथ कलश यात्रा शुरू की गई। यात्रा आनंद चौक से शुरू होकर राम मंदिर मोहल्ला, बस्तिपारा होते हुए सिंघरी तालाब पहुंची। तालाब में पूजा कर कलश में लेकर वापस कलश यात्रा कार्यक्रम स्थल पहुंची। इस दौरान पारंपरिक वेशभूषा के साथ कलाकार नृत्य की प्रस्तुति दी। आयोजनकर्ता रामरतन साहू ने बताया कि ग्राम गुड़ी में सार्वजनिक रूप से नो कुंडीय यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। चार दिवसीय यज्ञ में सुबह से यज्ञ हवन का आयोजन किया जाएगा। आयोजन स्थल पर अलग हवन कुंड का निर्माण किया गया है। हरिद्वार से पहुंचे टोली के वचकों ने कहा कि भगवान कृष्ण ने यज्ञ में सभी ऋषि पहुंचे है या नहीं इसके बारे में पता लगाने के लोई कहा। तब पता चला कि एक ऋषि नहीं पहुंचे है। तब भगवान कृष्ण ने कहा यदि एक ऋषि भी यज्ञ में शामिल नहीं होंगे। इसलिए जाओ उस ऋषि को बुलाओ। युधिष्ठिर ऋषि मुनि को बुलाने पहुंचे। लेकिन ऋषि के शर्त रखी। इसके बाद द्रौपति ऋषि को बुलाने पहुंचे। तब जाकर ऋषि यज्ञ स्थल पर पहुंचे। जन्म जन्मांतर का पुण्य के प्रतिफल यज्ञ का आयोजन होता है।

Posted By: Yogeshwar Sharma

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