Hello Doctor: बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। शहर के वरिष्ठ दंत रोग विशेषज्ञ डा. गौरव त्रिपाठी ने बुधवार की दोपहर हेलो नईदुनिया कार्यक्रम में फोन पर पाठकों के सवालों का जवाब दिया। इस दौरान न केवल बीमारियों का निदान बताया बल्कि बचाव का भी तरीका बताया। दांतों को मजबूत रखने की जानकारी भी विस्तार दी।
डा. गौरव त्रिपाठी बुधवार की दोपहर 12 बजे से एक बजे तक नईदुनिया के श्रीकांत वर्मा मार्ग स्थित कार्यालय में उपस्थित रहे। इस दौरान उन्होंने बताया कि खानपान की गलत आदतों और ठीक से ब्रश न करने के कारण हर दूसरा व्यक्ति दांत संबंधी रोगों से ग्रस्त है। ज्यादा मुंह में बदबू, दांतों में कीड़ा, सड़न, मसूड़ों में खून आना, दांत का घिस जाना, दांतों में दर्द होना, मसूड़ा खराब होना, दांतों में झनझनाहट आदि की समस्या से जूझ रहे हैं। इसके अलावा पायरिया के मरीज भी बढ़े हैं। यह गंभीर बीमारी नहीं, मगर अनदेखी से गंभीर हो जाती है। समय पर उपचार जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि बहुत से लोग लोग दांतों के पीले और टेड़ा होना की समस्या लेकर भी सामने आते हैं। यदि समय पर इनका इलाज कराया जाए तो समस्या आसानी से खत्म हो सकती है। डा. गौरव ने इस दौरान एक घंटे तक फोन पर पाठकों को परामर्श दिया।
एक से डेढ़ महीने में बदल देना चाहिए टूथब्रश
डा. गौरव त्रिपाठी ने दांतों के स्वास्थ्य के लिए भी सलाह दी। उन्होंने बताया कि अक्सर लोग टूथब्रश का लंबे समय तक उपयोग करते है। ऐसे में ब्रश खराब हो जाता है, जो दांतों की सफाई भी अच्छे से नहीं कर पाता है। साथ ही मसूड़ों को अत्याधिक नुकसान पहुंचाता है। इससे बचने के लिए टूथब्रश को हर एक से डेढ़ महीने के बीच बदल देना चाहिए।
सामान्य टूथपेस्ट का करना चाहिए उपयोग
डा. गौरव त्रिपाठी ने बताया कि सामान्य टूथपेस्ट का उपयोग करना चाहिए। आजकल कई तरह के पेस्ट बाजार में आ चुके हैा। इसमें कई तरह के पदार्थ होते हं, जो दांतों को तेज गति से खिसते हैा। यह बाद में परेशानी बन जाती है। यदि इलाज के दौरान डाक्टर लिख रहे हैा, तभी विशेष प्रकार के पेस्ट का ही उपयोग करना चाहिए।
पाठकों के सवाल और डा. गौरव त्रिपाठी ने जवाब
प्रश्न - मसूड़ों में दर्द होता है। दांत लगवाने के बाद भी समस्या बनी हुई है।
सत्यम कुमार, तखतपुर
उत्तर - यदि दांत लगवाने के बाद भी मसूड़ों में दर्द की समस्या खत्म नहीं हो रही है, तो फिर से जांच करानी होगी। अक्सर दातों के बीच की सफाई ठीक से नहीं होने से इस तरह की समस्या होती है। ऐसे में हर छह माह में एक बार दांतों की सफाई करवानी चाहिए।
प्रश्न - ब्रश करते समय मसूड़ों में दर्द होता है।
विवेक जैन, पेंड्रा
उत्तर- ब्रश तेज व दबावपूर्वक न करें। इसके अलावा साफ्ट ब्रश का उपयोग करना चाहिए। तेज गति से कड़े ब्रश से दांत साफ करने का असर मसूड़ों पर भी पड़ता है। इससे मसूड़े छिल जाते हैं। सूजन आ जाती है और दर्द होता है।
प्रश्न - दांत में गेप है। ब्रेसेस लगवाना है।
वंदना श्रीवास, बिलासपुर
उत्तर- यदि दांतों में गेप है और उम्र 25 साल से कम है तो ब्रेसेस करवा लेना चाहिए। उम्र कम होने की वजह से फिर से गेप आने की आशंका कम हो जाती है। इसी तरह रिटेनल लगवाना भी अनिवार्य रहता है। दांत का गेप हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा।
प्रश्न - ठंडा व गर्म पानी पीने से सनसनाहट होता है।
प्रकाश सिंह, नेहरू नगर
उत्तर- उम्र बढ़ने के साथ दांत कमजोर होने लगते हैा। आपकी 69 साल के हैं, इसलिए ऐसा हो रहा है। डाक्टर के द्वारा बताए गए पेस्ट का उपयोग करें। आराम मिलेगा। यदि इससे भी ठीक नहीं होता है तो कैपिंग या फिर रूट कैनाल की आवश्यकता पड़ेगी।
प्रश्न- दांत निकलवाकर फिर से लगवाया है। इसके बाद भी मसूड़ों में दर्द होता है।
दुर्गा शर्मा, अकलतरा
उत्तर- एक बार दांतों की जांच करनी पड़ेगी। कहीं, दांतों व मसूड़ों के बीच गंदगी तो नहीं जम गई है। यदि ऐसा होगा तो उसमें कीटाणु हो सकते हैं। ये मसूड़ों को प्रभावित कर रहे हैा। अक्सर इसकी वजह से मसूड़ों में दर्द की शिकायत होती है।
प्रश्न - मसूड़ा दांत छोड़ रहा है।
डीके शुक्ला, चांपा
उत्तर- गंदगी जमने की वजह से ऐसा होगा है। धीरे-धीरे मसूड़ा कमजोर होने लगता है और दांतों को छोड़ने लगता है। ऐसे में दांत कमजोर होकर गिरने लगते हैा। इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए। जल्द से जल्द जांच कराएं।
प्रश्न - सामने का दांत हल्का टूट गया है।
कामेश राजपूत, बेमेतरा
उत्तर- यदि सामने का दांत हल्का टूट गया है तो यह चेहरे की बनावट को भी बिगाड़ता है। ऐसे में कैपिंग करनावा जरूरी है। मेटल का कैप लगवाएं। समस्या पूरी तरह से ठीक हो जाएगी। जल्द से जल्द चिकित्सक से जांच कराएं।
प्रश्न- नीचे के दांत गिर गए हैा। जगह खाली है।
मंजू चंद्रवंशी, बिलासपुर
उत्तर- यदि दांत सड़ के गिरे हैं और जगह खाली हो चुकी है तो इसका सिर्फ एक इलाज है। जल्द से जल्द इनप्लांट करा लीजिए। इसका सबसे बेहतर इलाज यही है। इनप्लांट के बाद किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
Posted By: Abrak Akrosh