Hello Doctor: बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। अक्सर देखा गया है कि जिसको पथरी हो जाता है, उसे उसके आसपास के लोग बियर पीने की सलाह देते है, उनका कहना रहता है कि इससे पथरी निकल जाएगा। लेकिन यह सिर्फ भ्रांतिया है। बियर पीने से पथरी को कभी ठीक नहीं किया जा सकता है, ऐसे में पथरी होने पर ऐसा कभी न करे, क्योंकि पथरी ठीक हो न हो आपको बियर पीने की लत जस्र्र लग सकती है। यह बातें हेलो नईदुनिया कार्यक्रम में शहर के वरिष्ठ किडनी रोग विशेषज्ञ (यूरोलाजिस्ट) डा. जयंत कनस्कर ने कही।
डा. जयंत कनस्कर बुधवार की दोपहर 12 से एक बजे तक नईदुनिया के श्रीकांत वर्मा मार्ग स्थित कार्यालय में उपस्थित रहे और एक घंटे तक पाठकों के आने वाले फोन पर किडनी रोग के संबंध में उचित परामर्श दिया। डा. जयंत ने बताया कि पथरी रोग में बियर पीना सही नहीं है इससे पथरी नहीं निकलता है,उल्टा एल्कोहल शरीर को हानि पहुंचाता है, इसकी वजह शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है। जबकि पथरी व किडनी से संबंधित अन्य प्रकार के बीमारियों में ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की आवश्यकता रहती है, क्योंकि ज्यादा पानी पीने के दशा में छोटी साइज के स्टोन के बाहर निकल जाने की संभावना ज्यादा रहती है, पानी के माध्यम से पथरी को ठीक किया जा सकता है, बियर के माध्यम से कभी पथरी को ठीक नहीं किया जा सकता है। उन्होंने इस दौरान पाठकों से पूछे जा रहे प्रश्नों का उचित परामर्श व सलाह देकर मार्गदर्शन करते रहे, जो पाठकों के लिए काफी मददगार साबित होगा।
पानी का सेवन करे किडनी रोग से रहे दूर
डा. जयंत कनस्कर ने बताया कि ज्यादातर किडनी रोग को पानी के सेवन से खत्म किया जा सकता है। रोजाना कम से कम तीन से साढ़े तीन लीटर पानी का सेवन करना चाहिए। वैसे भी अब गर्मी का दिन आ चुका है। ऐसे में इतना मात्रा में पानी पीना जस्र्री हो गया है। जो गर्मी के दिनों में निर्जलीकरण से बचाने के साथ किडनी की बीमारी को भी दूर रखेगा।
ये है किडनी रोग के लक्षण
- पेशाब ज्यादा आना
- स्किन का ड्राई होना और खुजली होना
- एनर्जी की कमी
- पेशाब में खून आना
- नींद की कमी और बैचेनी होना
- पेशाब करते समय दर्द होना
- पानी पीते ही पेशाब होना
- रूक-रूककर या धीरे पेशाब होना
ये है पथरी के लक्षण
- पीठ, बाजू और पसलियों के नीचे तेज दर्द
- दर्द जो तीव्रता में कम-ज्यादा होता है
- कमर और पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द
- पेशाब के समय जलन महसूस होना
- लाल-गुलाबी या भूरे रंग का मूत्र
- मतली और उल्टी
- पेशाब की आवृत्ति में वृद्धि या कम मात्रा में लगातार पेशाब करना
- तेज बदबू के साथ क्लाउडी पेशाब
जीवनशैली व खानपान रखे संतुलित
डा. जयंत कनस्कर के मुताबिक यदि व्यक्ति की जीवनशैली व खानपान संतुलित है तो उसे किडनी तो क्या, किसे भी प्रकार की बीमारी नहीं हो सकती है। इसलिए उचित जीवनशैली व खानपान स्वस्थ्य जीवन की कुंजी है। शारीरिक मेहनत व कसरत भी आपको स्वस्थ्य रखता है।
पाठकों के सवाल और डाक्टर जयंत के जवाब
सीता गुप्ता, बिलासपुर
प्रश्न: यूरिन इनफेक्शन है तीन साल से, ठीक नहीं हो रहा है।
उत्तर: दवा के सेवन के बाद भी तीन साल से यूरिन इनफेक्शन का बना रहना गंभीर बात है। एक बार फिर जांच कराने की आवश्यकता है। जांच से ही इनफेक्शन का सही कारण पता चल पाएगा। दवा बदलकर इसे ठीक किया जा सकता है।
माखनलाल उपाध्याय, बरपाली, कोरबा
प्रश्न: क्रेटनिन बढ़ा हुआ है।
उत्तर: क्रेटनिन बढ़ा हुआ है तो सबसे पहले किसी नेफ्रोलाजिस्ट चिकित्सक से परामर्श करे, कुछ जांच के बाद ही दवा के माध्यम से इसे ठीक किया जा सकता है। जल्द से जल्द चिकित्सक से मिले।
प्रफुल्ल कुमार सिन्हा, लोरमी
प्रश्न: मेरे पेशाब में समस्या है। रूक-रूक कर पेशाब आता है।
उत्तर: किडनी में इनफेक्शन होने की आशंका है। इस तरह की समस्या तभी होती है। आपने बताया कि दवा लेने के बाद भी ठीक नहीं हो रहा है तो एक बार डाक्टर से सलाह ले। जांच के बाद इलाज संभव है।
मेलाराम ठाकुर, तखतपुर
प्रश्न: बार-बार पेशाब आ रहा है। क्या ये किडनी की समस्या है।
उत्तर: बार-बार पेशाब आने से साफ है कि किडनी सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। एक बार किडनी के जांच कराए। किडनी में समस्या होने के प्रारंभिक लक्षण है। जांच के बाद इलाज संभव है।
शलभ कुमार, बिलासपुर
प्रश्न: पेट के नीचे तरफ सूजन हो जा रहा है। किडनी खराब होने के लक्षण है क्या
उत्तर: पेट के नीचे सूजन है तो यह नहीं कहा जा सकता है कि यह किडनी से संबंधित है। एक बार सोनोग्राफी टेस्ट कराए। इससे सूजन होने की वजह का पता चल पाएगा। जिससे इलाज संभव होगा।
छेदीलाल कश्यप, बिलासपुर
प्रश्न: यूरिन इनफेक्शन के लक्षण क्या है।
उत्तर: बार-बार पेशाब आना, रूक-रूक पेशाब होना, पेशाब करते समय दर्द होना, खून आना आदि यूरिन इनफेक्शन के लक्षण है। ऐसा हो रहा है तो एक बार जांच कराए। इलाज हो जाएगा।
आरपी जायसवाल, पेंड्रा
प्रश्न: पीने के कुछ देर बाद ही पेशाब होने लगता है।
उत्तर: यह किडनी के समस्या के लक्षण है। यदि ऐसा रोजाना हो रहा है तो एक बार चिकित्सक से सलाह ले। कुछ जांच होगा, इसके बार इस समस्या का कारण पता चल जाएगा। इससे इलाज संभव होगा।
शैलेष सोनी, बिलासपुर
प्रश्न: किडल के लिए कौन-कौन सी जांच करवानी चाहिए।
उत्तर: किडनी का सेहत जानना है या फिर उसमे कुछ समस्या आ रही है तो इसके लिए आरएफटी जांच, क्रेटनिन जांच, यूरिन टेस्ट करा सकते है। इससे किडनी के बारे में जानकारी मिल जाएगी। साल में एक बार जांच कराना चाहिए।
Posted By: Abrak Akrosh
- Font Size
- Close