बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। मकान लेने से पहले सावधानी न बरतना 300 से अधिक परिवारों को महंगा पड़ रहा है। उसलापुर नेचर सिटी में रहने वाले लोग इन दिनों नक्शे के लिए बिल्डर के अलावा नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं। दरअसल इसका राजफाश तब हुआ जब लोग अपने मकान में दूसरी मंजिल बनवाने के लिए नगर निगम से अनुमति मांगी। तब पता चला कि मकान का नक्शा नगर निगम में जमा ही नहीं है।
उसलापुर मुंगेली रोड में नेचर सिटी नाम से कालोनी का निर्माण किया गया है। यहां 300 से अधिक परिवार निवास करते हैं। कालोनी में ए, बी, सी और डी टाइप के मकान हैं। इनका निर्माण बिल्डर अनूप चड्ढा की ओर से किया गया है। भूखंड की रजिस्ट्री कराने के बाद मकान बनाए गए हैं। टीएनसीपी से पूरी कालोनी का नक्शा तो पास है, लेकिन व्यक्तिगत नक्शा कुछ लोगों को ही मिला है। इससे आगे के निर्माण में बाधाएं आ रही हैं। पूर्व में यह कालोनी ग्राम पंचायत में थी। वहां से अनुमति लेने के बाद कालोनी का निर्माण शुरू हुआ।
2019 में यह नगर निगम में शामिल हो गया है। अब लोग मकान में दूसरी मंजिल बनाने के लिए अनुमति मांग रहे हैं तो नगर निगम की ओर से नक्शे की मांग की जा रही है। बिल्डर का कहना है कि हमने कालोनी को हैंडओवर कर दिया है। दस्तावेज भी संबंधित विभाग के पास है। इधर, रहवासी नगर निगम के अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं तो उनका दोटूक जवाब होता है अब तक दस्तावेज ही नहीं मिले हैं। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
बिल्डर टाउनहाल का बता रहे पता
बीते दिनों एक मकान मालिक ने नक्शे के लिए बिल्डर अनूप चड्ढा से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि टाउनहाल में दस्तावेज जमा है। वहां से नक्शा मिल जाएगा। टाउनहाल जाने से पता चला कि यहां दस्तावेज ही नहीं है। सकरी स्थित जोन क्रमांक एक में भी इस संबंध में चर्चा की गई, उन्होंने भी हाथ खड़े कर दिए।
सैदा स्थित चमन विहार में भी गड़बड़ी
सकरी तहसील के अंतर्गत सैदा में बिल्डर अनूप चड्ढा की ओर से बिना ले आउट 50 एकड़ में अवैध प्लाटिंग की जा रही है। इस अवैध कारोबार के खेल में एक नया मामला सामने आया है। बिल्डर ने गरीबों के लिए सुरक्षित की गई जमीन पर भी कब्जा कर दूसरों को बेच दी है। मामले की शिकायत के बाद भी अब तक सकरी तहसीलदार की ओर से किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।
एक मकान मालिक को 25 हजार का नुकसान
नक्शा बनवाने के लिए आवेदन देने पर नगर निगम की ओर से दो तरफा शुल्क वसूला जा रहा है। दअरसल मकान का टैक्स नहीं होने के कारण 25 हजार रुपये में पहले ग्राउंड फ्लोर का नक्शा पास कराया जा रहा है। इसके बाद ही दूसरी मंजिल का नक्शा पास हो रहा है। इस तरह मकान मालिक को नक्शे के लिए 50 हजार रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।
नेचर सिटी कालोनी से संबंधित दस्तावेज हमारे पास नहीं है। इस संबंध में ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच ही जानकारी दे सकते हैं। इसके अलावा बिल्डर के पास भी नक्शा होगा।
फरीद कुरैशी
इंजीनियर नगर निगम, जोन क्रमांक एक
हमने कालोनी के समस्त दस्तावेज ग्राम पंचायत को सौंप दिया है। अब ग्राम पंचायत नगर निगम को दस्तावेज सौंपा है या नहीं इसकी मुझे जानकारी नहीं है। नगर निगम के अधिकारी ही इस संबंध में कुछ कह सकते हैं।
अनूप चड्ढा, बिल्डर नेचर सिटी उसलापुर
Posted By: Yogeshwar Sharma