बिलासपुर। ग्राम पंचायतों के तालाबों में खुलेआम मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है, जिसकी जानकारी खनिज अधिकारियों को भी नहीं है। माफिया मिट्टी को बेच रहे हैं। जिला मुख्यालय से कुछ किलोमीटर दूर ग्राम पंचायतों में इन दिनों अवैध खनन चल रहा है। माफिया गहरीकरण के नाम से तालाबों से मिट्टी खोदकर बेच रहे हैं। तलाबों में जेसीबी मशीन लगाई गई है। ग्राम पंचायत सैदा के तालाब में दो-दो जेसीबी मशीन के माध्यम से खुदाई की जा रही है। उत्खनन करने वाले लोगो ने यहां जाने के लिये रास्ता भी बना लिया है।

भरी दोपहरी में बेखौफ होकर मिट्टी का अवैध उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है। यह काम कौन कर रहा है इसकी जानकारी गांव के जनप्रतिनिधियों को भी है। लेकिन पैसों के लालच में वह भी इस अवैध को अंजाम दे रहे हैं। खुलेआम खनिज माफिया राजस्व का नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिला खनिज अधिकारी दिनेश मिश्रा का कहना है कि तालाबों में खनन होने की जानकारी नहीं है। अगर बिना अनुमति मिट्टी निकाल रहे हैं तो यह नियम विरुद्ध है। इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

खमतराई में भी खनन जारी

नगर निगम परिक्षेत्र के वार्ड क्रमांक 58 खमतराई का है। यहां खनिज माफिया दो तालाब को अपना निशाना बनाये हुए हैं। दोनों ही तालाबो में पोकलेन लगाया जाता है। शाम होते ही मशीनों से मिट्टी और मुरुम निकालने का काम कर रहे हैं। देर रात तक खमतराई मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। इसके चलते इस मार्ग पर गुजरना मुश्किल हो गया है।

खनिज माफिया अधिकारियों के ऊपर हावी है। इसमामले में निगम प्रशासन कार्रवाई कर रहा है और न ही खनिज विभाग। जबकि मुख्यमंत्री भवेश बघेल ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अवैध खनिज खोदाई पर रोक लगाए जाएं, नहीं तो जिला के कलेक्टर और एसपी जिम्मेदार होंगे। लेकिन बिलासपुर के ग्राम पंचायत सैयदा और बहतराई में सीएम के आदेश का असर का कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। दूसरी और खनिज अधिकारी भी गंभीरता से कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।

Posted By: anil.kurrey

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