बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। गांव की महिलाओं से लेकर युवा स्वावलंबी बनें, कुटीर उद्योग के जरिए जरूरतों का सामान बनाएं, खुद उपयोग करें और बाजार में बेचकर समृद्ध बनें इस तरह गांधी के सपने को बिलासपुर जिले के आधा दर्जन से ज्यादा गांव के युवा व महिलाएं आने वाले दिनों में साकार करते नजर आएंगे। राज्य शासन ने महात्मा गांधी औद्योगिक पार्क योजना प्रारंभ की है।
प्रथम चरण में कंचनपुर, मझगांव, वेद परसदा, बेलटुकरी, तखतपुर, गनियारी, बेलपान, अकलतरी व धौरामुड़ा को शामिल किया गया है। इन गांव में मिल्क प्रोसेसिंग,मिनी पशु आहार, बैग निर्माण, नमकीन निर्माण इकाई, मशरूम, फ्लाई एश ब्रिक्स, माइक्रोलेयर पोल्ट्री, बेकरी, मसाला यूनिट प्रसंस्करण व मिनी पशु आहार इकाई की स्थापना की जाएगी। युवा व पढ़ी-लिखी महिलाओं को लघु व कुटीर उद्योग लगाने की जिम्मेदारी दी जाएगी। निर्मित उत्पाद के लिए बाजार उपलब्ध कराने का काम उद्योग विभाग करेगा।
- प्रदेश के गांव स्वावलंबी और मजबूत बनेंगे। गांव में समृद्धि आएगी।
- ग्रामीण क्षेत्रों में पहले से ही संचालित गोठानों को आजीविका केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
- सुराजी गांव में गोठानों को रूलर इंडस्ट्रियल पार्क में विकसित कर दिया गया है। यहां वर्मी कंपोस्ट के निर्माण के अलावा मुर्गी पालन,बकरी पालन,कृषि और उद्यानिकी फसलों और लघु वनोपजों के प्रसंस्करण की इकाई स्थापित की जा रही है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे जिससे राज्य में बेरोजगारी दर कम होगी।
Posted By: Manoj Kumar Tiwari
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