बिलासपुर। Bilaspur News: गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के रसायन विभाग में राष्ट्रीय वेबिनार का समापन हुआ। परमाणु रसायन विज्ञान शिक्षा को लोकप्रिय बनाने प्रोफेसर एकजुट हुए और छात्रों व युवा वैज्ञानिकों को इस क्षेंत्र में औद्योगिक क्षेत्र के साथ मिलकर समाजोपयोगी कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
भौतकीय विज्ञान विद्यापीठ के अंतर्गत रसायन विज्ञान विभाग में आयोजित इस वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में डा.एबी मुखर्जी, राजा रमन्ना फेलो एवं पूर्व निदेशक, रिएक्टर प्रोजेक्ट ग्रुप, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई ने संबोधित किया। आइटीइआर ए प्रोमिसिंग न्यूक्लीयर फ्यूसियन टेक्नालाजी प्रोजेक्ट फार ए कार्बन फ्री एनर्जी सोर्सेज शीर्षक पर व्याख्यान दिया। उन्होंने ऊर्जा उत्पादन की तकनीक एवं इसकी उपयोगिता की विस्तृत जानकारी दी। कहा कि आत्मनिर्भर भारत योजना के अंतर्गत देश के शैक्षणिक एवं औद्योगिक संस्थानों के आपसी सामंजस द्वारा स्वदेशी तकनीक के विकास पर बल दिया।
कार्यक्रम की तकनीकी जानकारी देते हुए डा.आशीष कुमार सिंह ने बताया कि रसायन विज्ञान विभाग एवं इंडियन एसोसिएशन आफ न्यूक्लियर केमिस्ट्स एंड अलाइड साइंटिस्ट्स (आइएएनसीएएस) मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित वेबिनार में वर्तमान रसायन तकनीक पर चर्चा हुई। जिसे देशभर के विद्वानों ने संबोधित किया। इस अवसर पर रसायन विभाग के समस्त प्राध्यापक उपस्थित थे।
प्रमुख विद्वानों ने भी किया संबोधित
डा.वीरेंद्र कुमार, अध्यक्ष आरटीडीडी, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई द्वारा विकिरण तकनीक के प्रदूषण निवारण उपयोग पर दिया गया। प्रो चितरंजन सिन्हा, अध्यक्ष, रसायन शास्त्र जादवपुर विवि कोलकाता द्वारा अकार्बनिक एवं कार्बनिक संकरित पदार्थो का संश्लेषण व उनकी प्रकाशवर्णीय विशेषताओं को समझाया। प्रो आलोक मित्तल, मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीटयूट आफ टेक्नालाजी भोपाल तथा डा ए दत्ता आइआईटी मुंबई ने रसायण के गुण बताए।
Posted By: anil.kurrey
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