बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। जोनल स्टेशन के सभी स्टालों में ब्रांडेड कंपनी के बिस्किट, मिक्चर व जूस की बिक्री शुरू हो जाएगी। करीब डेढ़-दो महीने से इसकी बिक्री बंद थी। रेलवे ने उन कंपनियों पर इसलिए प्रतिबंध लगा दिया था, क्योंकि उन्होंने लाइसेंस फीस जमा नहीं किया था। पहले इसकी अनिवार्यता नहीं थी।
रेलवे राजस्व के नए नियम
अब रेलवे राजस्व के लिए नए नियम लागू कर रही है। कंपनियों को बड़ा नुकसान हो रहा था। इसलिए उन्हें रेल प्रशासन की सख्ती के आगे झुकना पड़ा। एक कंपनी ने अभी लाइसेंस फीस जमा नहीं की है। इस वजह से यात्रियों को उनके ब्रांड का सामान नहीं मिल पा रहा है। इसके चलते वह नाराजगी भी जाहिर कर रहे हैं।
स्टाल संचालक जोनल स्टेशन
ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को खानपान की जरूरत पड़ती है। कोई भी खानपान खरीदने से स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ सकता है। लेकिन ब्रांडेड कंपनियों के सामान की बिक्री पर रोक लगने के बाद यात्रियों को ऐसी चीजें खरीदकर खानी पड़ रही थीं, जिनका कभी नाम भी नहीं सुना। स्टाल संचालक भी परेशान थे। कहीं न कहीं उनका भी बड़ा नुकसान हो रहा था।
उनकी चिंता इसलिए बढ़ गई थी, क्योंकि उन्हें स्टाल संचालित करने एवज में लाइसेंस फीस के रूप में मोटी रकम रेल प्रशासन को जमा करनी पड़ती है। अकेले बिलासपुर नहीं, बल्कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के सभी स्टेशनों में खानपान को लेकर यात्रियों को इसी तरह परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
लाइसेंस फीस
कंपनी ने नुकसान को देखते हुए लाइसेंस फीस रेलवे को जमा किया, तब जाकर स्टाल संचालकों को ब्रांडेड सामान बेचने की अनुमति दी गई। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया था कि एक फरवरी के बाद ही इन्हें बेचा जा सकता है। इसलिए स्टाल संचालक इस अवधि का इंतजार कर रहे थे। जैसे अवधि समाप्त हुई, वैसे ही कंपनी को आर्डर देकर सामान मंगाया गया। अब यह स्टालों में नजर आने लगे हैं।
Posted By: Manoj Kumar Tiwari
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