बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेल प्रशासन उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहित कर रहा है। इसके तहत लगातार उन्हें सम्मानित किया जा रहा है, ताकि वह और भी बेहतर कार्य करें। वहीं, जिन कर्मचारियों को पुरस्कार नहीं मिला है, उन्हें प्रोत्साहन मिल सके। इसी कड़ी में नान इंटरलाकिंग के दौरान ब्लाक अवधि में 12 घंटे पहले ही कार्य पूरा करने के लिए पांच अधिकारी व कर्मचारियों पुरस्कृत किया गया।

रेलवे प्रशासन अपनी सबसे बड़ी शक्ति मैदान पर डटकर काम करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों की टीम को मानता है। हमेशा से वे कार्यबल रहे हैं। रेलवे के प्रतिबद्ध, सक्रिय एवं समर्पित कार्यबल स्वयं अथवा टीम के रूप में किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम है। चुनौती भरे उत्कृष्ट कार्य करने वाले सक्रिय कर्मचारियों अथवा कर्मचारियों की टीम को सम्मानित करना भी रेलवे की परंपरा रही है।

इसी तारतम्य में एक पुरस्कार देने की परंपरा शुरू हुई है। इस बार उन कर्मचारियों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने नान इंटरलाकिंग कार्य के दौरान उत्कृष्ट व सराहनीय योगदान दिया। विगत दिनों गतौरा रेलवे स्टेशन में चौथी लाइन कनेक्टिविटी के लिए नान इंटरलाकिंग का कार्य किया गया। जिसमें विभिन्न् विभागों के कर्मचारियों द्वारा उत्कृष्ट कार्य करते हुए यात्री गाड़ियों को बिना रद किए ब्लाक अवधि के 12 घंटे पूर्व ही उक्त कार्य को सफलतापूर्वक सम्पन्न् किया।

टीम में चीफ डीटीआई बीसी पाल, वरिष्ठ अनुभाग अभियंता गतौर सुबोध कुमार, ईएसएम राजेश कुमार व संरक्षा सलाहकार राजेंश कुमार सिन्हा शामिल रहे। सभी बिलासपुर रेल मंडल के स्टाफ है। इन पर इस अहम कार्य की जवाबदारी थी।

उन्होंने इस चुनौती न केवल स्वीकार किया, बल्कि तय समय पर कार्य प्रारंभ कर 12 घंटे पहले ही चौथी लाइन को जोड़ने का कार्य पूरा कर दिखाया। इससे डीआरएम प्रवीण पांडेय बेहद प्रसन्न् हुए। उन्होंने सभी के लिए पुरस्कार देने की घोषणा कर दी। उन्होंने सम्मानित भी किया। इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक श्याम सुंदर, विभागाध्यक्ष व अन्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

Posted By: Manoj Kumar Tiwari

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