Road Safety Campaign Bilaspur: बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। देश में हर मिनट एक सड़क हादसा होता है। इस समय पूरे विश्व में सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं भारत में होती हैं। इसे जागरूकता से ही कम किया जा सकता है। अधिकतर हादसे चालकों की लापरवाही से होती है। ये बातें रोड सेफ्टी सेल की ओर से दयालबंद स्थित महारानी लक्ष्मीबाई कन्या स्कूल में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान एसआइ उमाशंकर पांडेय ने कही।
रोड सेफ्टी सेल की ओर से गुस्र्वार की दोपहर महारानी लक्ष्मीबाई कन्या स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सेल के प्रभारी एसआइ उमाशंकर पांडेय ने कहा कि दुपहिया में तीन सवारी हादसे का कारण बनता है। उन्होंने एक घटना के संबंध में बताते हुए कहा कि तीन युवक तीन सवारी रतनपुर रोड में जा रहे थे। रास्ते में पीछे बैठे युवक ने बाइक चालक से गुटखा के संबंध में पूछा। बाइक चला रहा युवक ठीक से सुन नहीं पाया। उसने पीछे मुड़कर फिर से उसी बात को पूछा। इस बीच तेज रफ्तार बाइक सड़क किनारे खंभे से जा टकराई। हादसे में एक युवक की मौत हो गई।
इस तरह की कई घटनाएं हुई हैं। उन्होंने छात्राओं को सड़क पर लापरवाही नहीं बरतने की चेतावनी दी। इस दौरान उन्होंने छात्राओं को सड़क पर चलने के नियम भी बताए। कार्यक्रम में आरक्षक भुनेश्वर मरावी और रोशन खेस ने ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी। साथ ही सड़क में लगे संकेतक के संबंध में बताया। कार्यक्रम के दौरान स्कूल की प्राचार्य कैरोलाइन सतुर, शिक्षक एलके गुप्ता, एके कौशिक, प्रज्ञा गोपाल, नम्रता कौशिक, रमेश कुमार पांडेय, रेखा गुल्ला, मिताली घोष, कविता तिवारी, सुनंदा, राजश्री दीवान, आरआर गुप्ता, जीके यादव, कांक्षणा श्रीवास्तव मौजूद रहे।
छात्राओं से पूछा सवाल
कार्यक्रम के दौरान एसआइ उमाशंकर पांडेय ने छात्राओं से संवाद स्थापित करते हुए उनसे सवाल भी पूछे। उन्होंने छात्राओं से पूछा कि अगर चौक में एक ओर से एंबुलेंस, एक ओर से फायर ब्रिगेड का वाहन, एक ओर से पुलिस की गाड़ी और एक ओर से नेताओं के वाहन आ रहे तो पहले किसे जाने दिया जाएगा। स्कूल की छात्रा सिद्धि निर्मलकर ने इसका जवाब दिया। कार्यक्रम के दौरान मुस्कान सिंह, अंकिता वर्मा ने यातायात नियमों के संबंध सवाल पूछे। इसका रोचक अंदाज में जवाब दिया गया। साथ ही शिक्षिका अपर्णा ने वाहन चलाते समय आवश्यक दस्तावेज की जानकारी बच्चों को देने कहा।
Posted By: Abrak Akrosh
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