बिलासपुर। Railway News: दुर्ग- छपरा सारनाथ स्पेशल ट्रेन मंगलवार की रात एक कोच को छोड़कर 800 मीटर आगे बढ़ गई। ट्रेन से अलग हुआ कोच खाली था। जिसे कटनी भेजने के लिए बिलासपुर रेलवे स्टेशन में जोड़ा गया, लेकिन कंपलिंग में तकनीकी दिक्कत की वजह से कोच अलग हो गया। दो से तीन बार प्रयास करने के बाद भी जब कोच नहीं जुड़ा तो ट्रेन को रवाना कर दिया गया।
बिलासपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेन में आइसीएफ कोच (नीले रंग का कोच) जोड़कर कटनी भेजने का आदेश हुआ था। इसके तहत अमले ने ट्रेन के पहुंचने से पहले तैयारी पूरी कर ली थी। कोच को भी स्टेशन लाया गयाा। सारनाथ स्पेशल ट्रेन तय समय रात 11.05 बजे बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। इसके बाद माडिफाई सीबीसी आसीएफ कोच को जोड़ने का प्रयास किया गया। पहली बार सफलता नहीं मिली।
इसके बाद दो बार और कोशिश की गई। इस दौरान लगा कि यह कोच जुड़ गया है। लिहाजा ट्रेन को सिग्नल देकर रवाना कर दिया गया। ट्रेन के छूटते ही आइसीएफ कोच अलग हो गया और ट्रेन 800 मीटर आगे बढ़ गई। इस दौरान कैरेज एंड वैगन विभाग के कर्मचारियों द्वारा कोच की जांच की गई। इस दौरान सब कुछ सही था। कोच के बार - बार अलग होने (अनकपलिंग) की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी।
लिहाजा ट्रेन की लेटलतीफी को देखते हुए बिना खाली कोच लगाए ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया। मालूम हो कि सारनाथ स्पेशल ट्रेन एलएचबी कोच के साथ चलती है। इसमें आइसीएफ कोच पहले जुड़ नहीं पाते थे। इसे देखते हुए कोच को माडिफाई कर सीबीसी (सेंटल बफर कपलिंग) बनाया गया है। इस व्यवस्था से एलएचबी व आइसीएफ कोच आसानी से जुड़ जाते हैं।
45 मिनट देर से छूटी ट्रेन
सारनाथ स्पेशल ट्रेन का बिलासपुर रेलवे स्टेशन में 15 मिनट स्टापेज है, लेकिन अतिरिक्त खाली कोच जोड़ने और इसमें बार-बार आ रही दिक्कत की वजह से ट्रेन तय समय पर छूटने के बजाय 45 मिनट विलंब से रवाना हुई।
Posted By: Nai Dunia News Network
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे